रायपुर के ग्लोरियस हायर सेकेंडरी व शिशु निकेतन हायर सेकेंडरी स्कूल के वार्षिकोत्सव में शामिल हुए पूर्वमंत्री बृजमोहन अग्रवाल

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वार्षिकोत्सव की थीम आजादी का अमृत महोत्सवको पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सराहा

“बच्चों पर किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाना चाहिए, उन्हें निखरने देना चाहिए, तभी वे भविष्य में तारे-सितारे बनकर चमकेंगे”

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

रायपुर के कृष्णा नगर स्थित ग्लोरियस हायर सेकेंडरी स्कूल 25वें व डब्लू.आर.एस. कॉलोनी स्थित शिशु निकेतन हायर सेकेंडरी स्कूल के 46 वें वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इन दोनों कार्यक्रमों में पूर्वमंत्री बृजमोहन अग्रवाल जी ने शिरकत की। दोनों ही कार्यक्रमों की शुरुआत राज्यगीत अरपा पैरी के धार से हुई। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने स्वागत गीत के माध्यम से बड़े ही गर्मजोशी के साथ पूर्वमंत्री बृजमोहन जी का स्वागत एवं अभिनंदन किया।

स्कूलों के इस वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में अरपा पैरी के धार गीत पर छात्राओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम ने समा बांधा। वहीं छात्रों द्वारा प्रस्तुत किये गए देशभक्ति कार्यक्रम ने सभी को भावुक कर दिया।

बृजमोहन अग्रवाल ने अपने संबोधन में ग्लोरियस स्कूल को उनके सिल्वर जुबली एनुअल फंक्शन पर व शिशु निकेतन स्कूल को उनके वार्षिकोत्सव की थीम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ रखने पर सभी छात्रों, शिक्षकों व अभिवावकों ढेरों बधाईयां दी। साथ ही उन्होंने कहा कि आज का समय बच्चों के महत्वपूर्ण समय है। यह समय कंप्यूटर, इंटरनेट, आईटी का समय है और इस समय में बच्चों को ध्यान लगाने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है। साथ ही ऐसे युग में बच्चों को गलत राह पर जाने से रोकना भी एक बड़ी जिम्मेदारी बन गया है। सभी बच्चों को सही राह पर ले जाने हेतु गुरुजनों व अभिवावकों को सदैव प्रयासरत होना पड़ेगा, तभी बच्चे सही राह पर आगे बढ़ पाएंगे।

पूर्वमंत्री ने यह भी कहा कि, सिर्फ पढोगे लिखोगे से नवाब बनने का जमाना गया, अब खेल – कूद के माध्यम से भी लोग नवाब बनने लगे है। माता-पिता व शिक्षकों को अपने दायित्व का निर्वहन बेहतर से बेहतर तरीके से करना होगा। आप लोगों को कच्ची मिट्टी को गढ़ने का काम मिला है, क्योंकि आगे चलकर वह जो भी करेगा, उसके अच्छा या बुरा करने के लिए उसकी शिक्षा व माँ-बाप के विचारों को नवाजा जाएगा। माता-पिता और गुरु मिलकर ही बच्चों के भविष्य को संवारते है। इसलिए उनके कैरियर और फ्यूचर की जिम्मेदारी आपकी है, पर सभी को मिलकर उसे उसकी रुचि के आधार पर उसे आगे बढ़ने देना होगा। बच्चों पर किसी प्रकार का दबाव नही बनाना चाहिये, उन्हें निखरने देना चाहिए, तभी वे भविष्य में तारे-सितारे बनकर चमकेंगे।

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