राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में इस बार पंजीयन से ना छूटे कोई भी हितग्राही, गांवों में कराएं मुनादी – कलेक्टर ने ली सप्ताहिक समय सीमा की बैठक

Advertisements
Advertisements

खेतों में पैरा जलाने वालों के विरुद्ध की जाएगी कार्यवाही – कलेक्टर

राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना अंतर्गत छूटे एवं नवीन आवेदन 6 जनवरी तक आमंत्रित

सभी विभागों को आमजनता की शिकायतों और आवेदनों का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण करने के दिए निर्देश

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जांजगीर-चांपा

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में विभागवार विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए सभी विभाग प्रमुखों को आमजनता से प्राप्त होने वाले शिकायतों और आवेदनों का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण करते हुए किए जाने वाले कार्रवाई की सूचना आवेदक को दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी कार्यालय प्रमुखों को आमजनता से प्राप्त होने वाले आवेदनों के लिए सप्ताह में एक निश्चित दिन व समय निर्धारित कर नियमानुसार निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना अंतर्गत छूटे एवं नवीन आवेदनों के ऑनलाइन पंजीयन के लिए 6 जनवरी 2023 तक अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। उन्होंने सभी जनपद सीईओ सहित संबंधित अधिकारियों को योजना के तहत इस बार पंजीयन के लिए कोई भी हितग्राही छूटने ना पाए इस बात का विशेष ध्यान रखने कहा। उन्होंने राजस्व और पंचायत विभाग के अधिकारियों को योजना के तहत समय सीमा में ऑनलाईन प्रविष्टि कराने के लिए पटवारी, सचिव आदि को जानकारी उपलब्ध कराते हुए कोटवारों के माध्यम से जमीनी स्तर पर मुनादी करते हुए प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही बैठक में कलेक्टर ने जिले के किसानों को पैरादान के लिए प्रोत्साहित करने तथा समझाइश देने कहा तथा समझाईस के बाद भी पैरा जलाते पाए जाने पर एसडीएम और तहसीलदार को नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने विभागवार लंबित प्रकरणों, भेंट मुलाकात अभियान के दौरान प्राप्त आवेदनों के निराकरण की अद्यतन स्थिति, जनशिकायत और जनदर्शन में लंबित आवेदनों की जानकारी लेते हुए त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए उपलब्ध संसाधनों और स्टाफ की जानकारी ली। जिस पर उनके द्वारा बताया गया कि जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर वर्तमान परिस्थिति में चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन हमें संक्रमण से बचाव के लिए सामान्य सावधानियां बरतनी चाहिए। बैठक में उन्होंने वेंटीलेटर, आइसोलेशन वार्ड, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड, स्टाफ की उपलब्धता सहित अन्य आवश्यक जानकारी दी। इसके साथ ही बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के उचित रूप से क्रियान्वयन करने तथा ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र जहां बड़ी संख्या में कुपोषित बच्चे हो वहां विशेष रूप से जांच किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनांतर्गत ईकेवाइसी, आधार लिंक, धान खरीदी, धान उठाव, राजस्व प्रकरणों की निराकरण की स्थिति, नरवा के कार्य, जल जीवन मिशन, मनरेगा, लोक सेवा गारंटी, राजीव युवा मितान क्लब, हाट-बाजार क्लिनिक योजना, धन्वन्तरी योजना, निर्माण कार्यों के अद्यतन स्थिति, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना सहित अन्य विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में वनमंडलाधिकारी श्री सौरभ सिंह, अपर कलेक्टर श्री एस पी वैद्य, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ ज्योति पटेल सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

गोधन न्याय योजना की हुई समीक्षा

कलेक्टर श्री सिन्हा ने समय सीमा की बैठक के पश्चात गोधन न्याय योजना के कार्यों की समीक्षा करते हुए योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए संबंधित अधिकारियों को गौठानवार नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में गोधन न्याय योजना अंतर्गत सक्रिय पशुपालकों की जानकारी लेते हुए ज्यादा से ज्यादा पशुपालकों को गोबर विक्रय करने के लिए प्रोत्साहित करने कहा। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी संबंधित अधिकारियों को जिले के शहरी एवं ग्रामीण गौठानों में सतत रूप से पैरादान कराने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित सभी संबंधित अधिकारियों को नियमित गोबर खरीदी करते हुए वर्मी खाद बनाने की प्रक्रिया तेज करने, मल्टिएक्टीविटी को विस्तारित करने, बाड़ी लगाये जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कलेक्टर ने बैठक में गोबर खरीदी, खाद पैकिंग, गौमूत्र खरीदी आदि महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर विस्तार से जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए।

सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित

समय सीमा की बैठक पश्चात अध्यक्ष एवं कलेक्टर जिला सड़क सुरक्षा समिति की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने जिले के ब्लैक स्पॉट का सर्वेक्षण और चिन्हांकन कर सुधार करने, जिले के ऐसे स्थल जहां  दुर्घटना ज्यादा होते हैं का चिन्हांकन करने तथा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए संकेतक लगाने, रोशनी की व्यवस्था करने, चौक-चौराहों पर व्हाइट पट्टी लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ बैठक में दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों में तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लघंन करने पर कार्यवाही करने, शहर के मुख्य मार्गाें पर आवारा पशुओं के जमाव को रोकने, स्कूलों में चलने वाली गाड़ियों की फिटनेश जांच करने सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई तथा आवश्यक निर्देश दिए गए। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला परिवहन अधिकारी, कार्यपालन अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग, मुख्य नगर पालिका अधिकारी आदि उपस्थित थे।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!