अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, प्रेमी ने दो साथियों के साथ मिलकर की थी हत्या, डंडे से मारने के बाद रस्सी से घोटा था गला, पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार एक की तलाश जारी…जाने पूरा मामला…

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प्रेम प्रसंग में मृतिका रजनी बाई से पीछा छुड़ाने के लिये आरोपी देवेन्द्र यादव ने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर डंडा एवं रस्सी से गला घोटकर मृतिका की हत्या कर लाश को झाड़ियों में था छिपाया

अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुये थाना बागबहार द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही कर प्रकरण के आरोपी देवेन्द्र यादव एवं लुकेश्वर यादव को किया गिरफ्तार, एक अन्य सहआरोपी फरार

थाना बागबहार में आरोपीगणों के विरूद्ध धारा 302, 201, 34 भा.द.वि. के अन्तर्गत अपराध पंजीबद्ध

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 2.11.2021 को ग्राम खाड़ामाचा के सचिव ने थाना बागबहार में सूचना दिया था कि छापर जंगल में एक अज्ञात महिला की लाश सड़ी गली अवस्था में है, मृतिका की पहचान उसके आधार कार्ड के अनुसार रजनी बाई पति स्व. दिलबंधु उम्र 38 वर्ष निवासी कुकुरभूका के रूप में हुई। थाना बागबहार द्वारा मर्ग तथा उपरोक्त धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया जाकर शव का पी.एम. कराया गया था।

प्रकरण की विवेचना के दौरान मृतका की पुत्री एवं उसकी चाची ने पुलिस को बताया कि मृतका रजनी बाई तीन माह काम करने के बाद वापस घर आने के दौरान एक लड़का अपने साथ में लाई थी, जो मृतका के घर में करीब 15 दिनों तक रहा। उसका नाम देवेन्द्र यादव था। थाना क्षेत्र के ग्राम काडरो, कुकरगांव, बगईझरिया में पतासाजी करने पर पता चला कि देवेन्द्र यादव का अपने घर से गायब होने की रिपोर्ट पर उसके पिता द्वारा माह जुलाई 2021 में थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया गया था।

आरोपी देवेन्द्र यादव के घर आने की सूचना मिलने पर थाना बागबहार पुलिस स्टॉफ द्वारा घेराबंदी कर हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर बताया कि उसका रजनी बाई से मुलाकात रायगढ़ में हुआ था। देवेन्द्र यादव द्वारा मृतका के घर में आकर 15 दिवस रहने के बाद रजनी बाई के ससुर द्वारा मना करने पर वह मृतका के साथ उसके मायके ग्राम में जाकर करीब डेढ़ माह तक रहा। इस दौरान मृतका अपने ससुराल नहीं जाना चाहती थी तथा आरोपी देवेन्द्र यादव को भी उसके घर आने जाने नहीं देती थी। इस कारण मृतिका से पीछा छुड़ाने के लिये पूर्व नियोजित योजना के अन्तर्गत दिनांक 14.10.2021 को मृतका तथा आरोपी देवेन्द्र यादव काम कर दिल्ली से वापस रायगढ़ आये एक रात रूके थे, वहीं से देवेन्द्र यादव लेने के लिये अपने रिश्तेदारों को बुलाया।

देवेन्द्र यादव के रायगढ़ बुलाने पर लुकेश्वर एवं एक अन्य व्यक्ति मोटर सायकल में उन्हें लेने आये। चारों वहां से मोटर सायकल से बैठकर खाड़ामाचा आये, पूर्व नियोजित योजना अनुसार छापर जंगल में मृतका रजनी बाई को अपने पास बुलाकर पहले देवेन्द्र यादव डंडा से कई बार मारने लगा मृतका की मृत्यू नहीं होने पर लुकेश्वर एवं एक अन्य साथी द्वारा दोनों पूर्व से अपने पास रखे रस्सी से गला घोंट हत्या कर मृतका रजनी बाई के शव को झाड़ियों के बीच में छिपाकर भाग गये।

मृतिका के पासबुक को आरोपी देवेन्द्र यादव तथा ग्रामीण बैंक के पासबुक को लुकेश्वर यादव द्वारा छिपा दिया गया। मेमोरंडम कथन में आरोपियों से उपरोक्त पासबुक को जप्त किया गया है। प्रकरण के आरोपी देवेन्द्र यादव उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम बगईझरिया एवं लुकेश्वर यादव उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम कुकरगांव थाना बागबहार के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उन्हें दिनांक 6 नवम्बर 2021 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। प्रकरण का एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी लगातार पता तलाश की जा रही है।

प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपीगणों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी बागबहार निरीक्षक जे.आर. कुर्रे, आरक्षक संतु यादव , आरक्षक अरविन्द पैंकरा, आरक्षक कमलेश्वर पैंकरा, आरक्षक  विमल मिंज, आरक्षक शंकर बेसरा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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