जशपुर : शासन की सहायता से पक्के आवास का सपना हुआ पूरा, अपने परिवार के साथ खुशी से जीवन व्यतीत कर रहे है हितग्राही जयराम

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत गरीबों, पिछड़ों और महिला मुखिया वाले गरीब परिवारों के लिए प्राथमिकता से आवास उपलब्घ कराया जा रहा है। योजना से जशपुर जनपद के ग्राम पंचायत नीमगांव के हितग्राही जयराम ने अपने जमा पुंजी एवं प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलने से पूरा कर दिखाया। प्रधानमंत्री आवास मिलने से हितग्राही की दिनचर्या बदल गई है। रोजी-मजदूरी कर अपना जीवनयापन करने वाला उनके परिवार को पक्का आवास मिलने से उनके चेहरे में खुशी झलक रही है।

हितग्राही ने कहा कि शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से पिछड़े वर्ग के व्यक्तियों के लिए आवास निर्माण हेतु सहायता उपलब्ध कराना किसी वरदान से कम नहीं है। आवास निर्माण के संबंध में जानकारी देते हुए हितग्राही जयराम ने कहा कि वे एक किसान है साथ ही मजदूरी कार्य भी करते है। बहुत दिनों से अपना स्वयं का मकान बनाने की सोच रहे थे। लेकिन आर्थिक परेशानियों की वजह से मकान निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं कर पा रहे थे। वे अपनी पत्नी एवं दो छोटे बच्चों के साथ पहले बांस-लकड़ी के सहारे बने खपरैल वाले मिट्टी के बने कच्चे मकान में गुजर-बसर कर रहे थे। उन्होंने बताया कि कच्चे मकान में बरसात के दिनों में बहुत परेशानी होती थी। छप्पर से टपकता पानी, दीवार में सिलन आना,  रात को जागने पर मजबूर कर देती थी। घर में छोटे-छोटे बच्चे होने के कारण जहरीले सांप, बिच्छू, कीटों का डर भी सदैव बना रहता था। हितग्राही ने बताया कि योजना के अंतर्गत वर्ष 2018-19 में उनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में चयन हुआ और पंजीयन हेतु आवश्यक दस्तावेज आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, खाता नंबर आदि जमा करने के पश्चात् उन्हें आवास निर्माण की मंजूरी  के साथ ही कुल 1 लाख 30 हजार रुपये स्वीकृति मिल गई। कुछ ही समय में खाते में आवास निर्माण प्रारंभ करने के लिए राशि की प्रथम किश्त जारी हो गई एवं निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया। आवास निर्माण आगे बढ़ने के साथ ही किश्त की बाकी राशि भी खाते में प्राप्त हो गई।  हितग्राही ने बताया कि आवास निर्माण में उन्होंने स्वयं कार्य भी किया। जिससे उन्हें रोजगार भी मिला।  मनरेगा के तहत सृजित 95 मानव दिवस के रूप में उन्हें लगभग 17 हजार  का भुगतान भी किया गया। साथ ही उनके द्वारा लगभग 80 हजार की अपनी जमा पूंजी भी अपने आशियाने को पूरा करने में लगाया गया। वर्तमान में आवास निर्माण पूर्ण हो चुका है। पक्का मकान बन जाने से उन्हें व उनके परिवार को बहुत राहत मिली है। अब उनकी जिंदगी बेहतर  हो गई है। जयराम ने पक्के मकान के लिए प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वे पक्के मकान में जीवन बसर करेंगे, किन्तु शासन की सहायता से उनका सपना साकार हुआ है। आज वह अपने पक्के मकान में अपने परिवार के साथ खुशी से जीवन व्यतीत कर रहे है।

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