प्रदेश में महिला अपराध के मामलें लगातार बढ़ते गए लेकिन सवा चार वर्ष में कानून व्यवस्था बिगड़ती गई, प्रदेश की कांग्रेस सरकार के पांच साल बीतने को लेकिन महिला सुरक्षा बद से बदतर होती जा रही है – शालिनी राजपूत

प्रदेश में महिला अपराध के मामलें लगातार बढ़ते गए लेकिन सवा चार वर्ष में कानून व्यवस्था बिगड़ती गई, प्रदेश की कांग्रेस सरकार के पांच साल बीतने को लेकिन महिला सुरक्षा बद से बदतर होती जा रही है – शालिनी राजपूत

January 28, 2023 Off By Samdarshi News

बड़े-बड़े वादे केवल कागजी, छत्तीसगढ़ की धरा इन सवा चार वर्ष में केवल अपराध बढ़े है – भाजपा

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

रायपुर : भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार की बिदाई की बेला आ गई है। प्रदेश में अपने कार्यकाल की समाप्ति की ओर हैं प्रदेश की कांग्रेस सरकार, लेकिन प्रदेश में महिला सुरक्षा पिछले सवा चार वर्षों में बद से बदतर हो जा रही है।

उन्होंने कहा कि 25 जनवरी कोरबा जिले के हरदीबाजार थाना क्षेत्र में मेला देखने गई जा रही नाबालिग के साथ सामुहिक दुष्कर्म की घटना हुए अभी 1 ही दिन हुए थे कि आज पुनः एक बार अपराधियों ने 26 जनवरी को चार युवकों ने मिल एक युवती की अस्मत को तार-तार किया है। जगदलपुर में कुछ दिन पूर्व ही एक नाबालिग के साथ दुराचार की घटना घटित हुई थी। 21 जनवरी राजधानी रायपुर में 4 वर्ष की बच्ची के साथ एक नाबालिग ने कुकर्म किया। 22 जनवरी को जांजगीर में सातवी कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग के साथ दुराचार की घटना घटित हुई, वहीं 22 जनवरी को ही बिलासपुर में एक विवाहित के साथ दुराचार की घटना हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के इन सवा चार साल के कार्यकाल में 6000 से अधिक महिलाओं के साथ दुराचार की घटना हुई है, जो कांग्रेस सरकार के लिए रिकार्ड बन गया है।

भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि अपने आकाओं को खुश करने में महारथ पाने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश में बढ़ते महिला अपराध को रोकने में कोई रूचि नहीं दिखा रहे है। कानून व्यवस्था पूरी तरह से प्रदेश में मजाक बन कर रह गया है। अपराधी खुले आम लोगों की जान ले रहे हैं, लेकिन पुलिस उन पर कार्यवाही करने में घबरा रही है। पहले अपराधियों के मन में पुलिस-प्रशासन का खौफ रहता था, लेकिन बीते सवा चार वर्ष में केवल अपराधियों के हौसलें बुलंद हुए है और आम जनता की सुरक्षा सरकार के लिए केवल एक औपचारिकता बन गई है।