हत्या के दो आरोपियों को शिवरीनारायण पुलिस ने किया पहुँचाया सलाखों के पीछे, जमीन विवाद के चलते भतीजे ने उतारा था चाचा को मौत के घाट, पत्थर से कुचलकर आरोपियों ने दिया घटना को अंजाम, न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया जेल !

हत्या के दो आरोपियों को शिवरीनारायण पुलिस ने किया पहुँचाया सलाखों के पीछे, जमीन विवाद के चलते भतीजे ने उतारा था चाचा को मौत के घाट, पत्थर से कुचलकर आरोपियों ने दिया घटना को अंजाम, न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया जेल !

February 3, 2023 Off By Samdarshi News

आरोपी संतोष साहू एवं उत्तम प्रसाद साहू को दिनांक 03 फरवरी 23 को भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जांजगीर-चाम्पा

शिवरीनारायण : प्रकरण के विषय में मिली जानकारी के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि मृतक खोलबहरा साहू ग्राम तनौद का रहने वाला है। वह पारिवारिक जमीन विवाद के चलते वर्तमान में लोहर्सि(सोन) थाना पचपेड़ी जिला बिलासपुर में रह रहा था। अपने जमीन का सीमांकन कराने दिनाँक 02 फरवरी 23 को ग्राम तनोद आया हुआ था। वह धनेश महिपाल के घर संचालित पटवारी कार्यालय गया था, जहां पर इसके दोनों भतीजे उत्तम प्रसाद साहू और संतोष साहू पहुंचकर सीमांकन नही कराने की बात पर वाद विवाद करते हुए वही पर मारपीट शुरू कर उसके हाथ को पकड़कर खींचते हुए उसे करीब 60-70 मीटर दूर मेन रोड तनोद सरस्वती शिशु मंदिर के पास सुरित दिवाकर के दुकान के सामने ले जाकर उसे मारते हुए पटक दिए और खोल बहरा के नीचे गिरने पर संतोष साहू उसके पैर को पकड़ लिया और उत्तम साहू वही पर पड़ा बड़ा सा वजनी पत्थर से उसके चेहरा, सीना और हाथ पैर में कई बार पटक-पटक कर मारा, जिससे खोल बहरा की मृत्यु हो गयी।

घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए शिवरीनारायण स्टाफ द्वारा घटनास्थल पहुंचकर घटना स्थल में पड़े एक खून लगे बड़े पत्थर को जप्त किया गया तथा उक्त दोनों फरार आरोपियों की पतासाजी कर दोनों आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर जमीन विवाद पर मृतक की हत्या करना स्वीकार किये।

आरोपी संतोष साहू एवं उत्तम प्रसाद साहू

आरोपी संतोष साहू एवं उत्तम प्रसाद साहू दोनों निवासी ग्राम तनौद को दिनांक 02 फरवरी 23 को गिरफ्तार किया गया। जिन्हें दिनांक 03 फरवरी 23 को न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल किया गया।

आरोपियों को गिरफ्तार करने में निरीक्षक रविन्द्र अनंत, हायक निरीक्षक के.के.कोसले, प्रधान आरक्षक रूद्र नारायण कश्यप, प्रधान आरक्षक परमानंद घृतलहरे एवं आरक्षक महेन्द्र राज का सराहनीय योगदान रहा।