कामधेनु विश्वविद्यालय में डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कंपोस्ट निर्माण विषय पर 10 दिवसीय निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण       

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, दुर्ग

दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. (कर्नल) एन.पी.दक्षिणकर के मार्गदर्शन एवं निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ.संजय शाक्य के नेतृत्व में लाइवलीहुड बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर अंजोरा, दुर्ग में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति हब, राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम, सूक्ष्म, लघु और मध्यम मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत अनुसूचित जाति एवं जनजाति हेतु क्षमता विकास कार्यक्रम में डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कंपोस्ट निर्माण विषय पर 10 दिवसीय निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 02 फरवरी से कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा, दुर्ग के प्रशिक्षण कक्ष में प्रारंभ किया गया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में दुर्ग एवं राजनांदगांव जिले से अनुसूचित जाति एवं जनजाति के 30 प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं। लाइवलीहुड बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर के मुख्य अन्वेषक डॉ. सुभाष कुमार वर्मा, प्रशिक्षण समन्वयक डॉ.क्रांति शर्मा, प्रशिक्षण संयोजक डॉ.राकेश मिश्रा, प्रशिक्षण सह-संयोजक डॉ.यशवंत अटभैया, डॉ. दीप्ति किरण बरवा, डॉ.अमित गुप्ता, डॉ.निशा शर्मा एवं विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ.दिलीप चौधरी हैं।

निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. संजय शाक्य ने बताया कि इस प्रशिक्षण से प्रशिक्षणार्थी भविष्य में अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकते हैं। इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न विधाओं में विषय विशेषज्ञों/वैज्ञानिकों के द्वारा उद्यमिता, डेयरी फार्मिंग में स्वरोजगार एवं प्रबंधन, पशुपोषण, चारा उत्पादन, दुग्ध व्यवसाय, ऑर्गेनिक फार्मिंग का महत्व एवं उसकी संभावनाएं, गोमूत्र का उपयोग, प्रभावी संचार कौशल, वर्मी कंपोस्ट की पैकेजिंग, बैंकिंग, बीमा आदि विषयों पर सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक जानकारी दी जावेगी।

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