कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आजीविका संवर्धन पर ली बैठक कहा स्थानीय युवाओं को रोजगार में दें प्राथमिकता, ज्यादा मांग वाले ट्रेड की ट्रेनिंग कराने के भी दिए निर्देश
February 24, 2023कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि कौशल से ही तय होगी कुशलता की राह
अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के लिए बनेगा एक जिला स्तरीय यूनिफाइड वेबसाइट
अधिकारियों और उद्योग प्रतिनिधियों को हितग्राहियों के स्किल बिल्डिंग पर फोकस करने के निर्देश
रीपा में जिले के प्रसिद्ध उत्पादों को करें शामिल, ट्रेनिंग, प्रोडक्शन के साथ मार्केट लिंकेज पर भी दें जोर
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायगढ़
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में रोजगार संवर्धन को लेकर विभागीय अधिकारियों और उद्योग प्रतिनिधियों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली। जिसमें उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर रोजगार पैदा करने वाले स्किल और ट्रेड की युवाओं को ट्रेनिंग देने की आवश्यकता है। ट्रेनिंग से लोग स्किल सीखेंगे जिससे उनमें स्थानीय उद्योग और बाजार की आवश्यकता अनुरूप काम करने की कुशलता आएगी। यह उन्हें रोजगार पाने में मदद करेगा साथ हीं हुनरमंद होने पर वे खुद का काम भी शुरू कर सकेंगे। सीईओ जिला पंचायत श्री अबिनाश मिश्रा भी बैठक में उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने आज अप्रेंटीशिप रजिस्ट्रेशन की समीक्षा करते हुए कहा कि यह देखने को मिल रहा है कि जिले में लगभग 300 छोटे बड़े उद्योग चल रहे हैं। लेकिन उनमें से कुछ ने ही अप्रेंटीशिप ट्रेनिंग में रजिस्ट्रेशन करवाया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी उद्योग रजिस्ट्रेशन करवाएं तथा छात्रों की ट्रेनिंग शुरू करें। यह उनके कैरियर बिल्डिंग के लिए बेहद अहम है। उन्होंने इसमें स्थानीय छात्रों को प्राथमिकता देने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों से कहा कि विभागीय कार्यक्रमों से भी हितग्राहियों को ट्रेनिंग देकर उनकी स्किल बिल्डिंग की जाय।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने इसके साथ ही आजीविका संवर्धन से जुड़े अन्य विभागों के काम की भी समीक्षा की। कलेक्टर श्री सिन्हा ने रीपा गौठनों में खादी ग्रामोद्योग, हस्तशिल्प, हथकरघा व रेशम के कपड़े तैयार करने जैसे कार्यों को भी बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि बेल मेटल आर्ट और रेशम व कोसा के वस्त्र जिले की पहचान है। इसकी ट्रेनिंग के साथ लोगों को व्यवस्थित मार्केटिंग और सप्लाई चेन से जोडऩे पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा खादी के कपड़े तैयार करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने खादी ग्रामोद्योग और हथकरघा के द्वारा महिलाओं को ट्रेनिंग देने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे महिलाएं नया हुनर तो सीखेंगी ही साथ ही कपड़े तैयार कर उसका व्यवसाय भी शुरू कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि अगले एक माह में रीपा गौठनों में खादी लूम का कार्य शुरू कर लिया जाए। इसी प्रकार उन्होंने डेयरी विकास, मछली पालन, शूकर पालन और उद्यानिकी से रोजगार के नए मौके सृजित करने पर जोर दिया।
बैठक में सीजीएम डीआईसी श्री शिव कुमार राठौर, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री कमलेश दीवान, सहायक संचालक मत्स्य पालन श्री एम.के.पाटले, सहायक संचालक रेशम श्री कंवर सहित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
यूथ सेंटर को कौशल उन्नयन से जोड़ें
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि सभी विकासखंड में यूथ सेंटर चलाए जा रहे हैं। जो युवा प्रतिभागियों के लिए कैरियर बिल्डिंग प्लेटफार्म के रूप में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसे स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम से जोड़कर युवाओं कैरियर के अनेक विकल्प उपलब्ध कराए जा सकते हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को उद्योग प्रतिनिधियों के साथ मिलकर इस दिशा में काम करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने रोजगार अधिकारी को तमनार, घरघोड़ा में रोजगार मेले का आयोजन करने के लिए भी निर्देशित किया।
जॉब वेकेंसी और ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए लॉन्च होगा जिला स्तरीय पोर्टल
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि आज जिले में 300 से अधिक छोटे बड़े उद्योग संचालित हैं। जिनमें रेगुलर जॉब वेकेंसी के साथ अप्रेंटिसशीप निकलती रहती है। जिले में कई युवा अपने कोर्सेज व ट्रेनिंग पूरा कर जॉब की तलाश कर रहे होते हैं और कई दफे उन तक इन वेकेंसी की जानकारी नहीं पहुंच पाती है। इस गैप को दूर करने एक जिला स्तरीय वेबसाइट तैयार किया जाएगा। जिसमें सारे उद्योग पंजीकृत होंगे और वे अपनी जॉब वेकेंसी वहां पोस्ट करेंगे। इससे जरूरतमंद लोगों को इन वेकेंसी की जानकारी एक जगह पर मिलेगी तथा वे अपनी योग्यता के अनुसार अप्लाई कर सकेंगे। साथ ही इसकी सेंट्रलाइज्ड मॉनिटरिंग भी हो सकेगी। उन्होंने इसके लिए सीईओ जिला पंचायत की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाने के निर्देश दिए।