सुपेबेड़ा में बीते 4 सालों में किडनी की बीमारी से हुई दर्जनों की मौत, सरकार कहती है निरंक : बृजमोहन अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से पूछा सुपेबेड़ा पर सवाल, मंत्री का आया गोलमोल जवाब

Advertisements
Advertisements

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

गरियाबंद के सुपेबेड़ा में गंदा पानी पीने के चलते किडनी की बीमारी से हो रही मौत का सिलसिला लगातार चल रहा है। बावजूद सरकार बेपरवाह होकर कार्य कर रही है। इस संबंध में वरिष्ठ भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सदन में स्वास्थ्य मंत्री

टीएस सिंहदेव से बीते 4 सालों में किडनी की बीमारी से वहां हुई मौतों पर सवाल पूछा तो जवाब निरंक मिला। जबकि बीते 4 सालों में दर्जनों मौतें किडनी की बीमारियों से लोगों की हुई है ऐसे में यह जवाब सरकार की घोर असंवेदनशीलता को प्रदर्शित कर रहा है।

सुपेबेड़ा में पीने के गंदे पानी के चलते किडनी रोग से हो रही मौतों पर बृजमोहन अग्रवाल ने सवाल उठाया। विधानसभा में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव से पूछा कि 1 जनवरी 2019 से 27 फरवरी 2023 के मध्य विकासखंड देवभोग के सुपेबेड़ा व आस-पास के गांव में किडनी रोग से कितने व्यक्तियों की मौत हुई है? क्या मंत्री जी वहां प्रवास पर गए थे? अगर गए थे तो किडनी रोग से पीड़ित ग्रामीणों के इलाज सुविधाओं के लिए कोई घोषणा की थी? अगर घोषणा की थी तो अब तक क्या कार्रवाई हुई है? साथ ही उन्होंने सवाल पूछा कि वहां के अस्पताल में कितने पद किस किस वर्ग के स्वीकृत हैं व वर्तमान में कितने पद रिक्त हैं? उन्होंने यह भी पूछा कि क्या ग्रामीणों के किडनी रोग से मौत के पीछे साफ पानी का ना मिल पाना भी कारण है यदि हां तो इस समस्या के समाधान के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?

जवाब में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने किडनी रोग से ग्रामीणों की मौत की जानकारी निरंक बताई।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उप स्वास्थ्य केंद्र सुपेबेड़ा हेतु सेटअप स्वीकृत तथा भवन निर्माण कार्य लगभग संपूर्ण एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुपेबेड़ा में 12 पदों का सृजन के साथ सेटअप की स्वीकृति तथा भवन निर्माण हेतु तीन बार निविदा जारी की गई है एजेंसी चयन हेतु चौथी बार निविदा प्रक्रियाधीन है। मंत्री ने बताया कि वर्ष 2020 में वहां एमडी मेडिसिन की पदस्थापना की गई है वर्ष 2022 में चिकित्सक द्वारा त्यागपत्र दिए जाने के बाद पद रिक्त है। शासन द्वारा वहां पर एमबीबीएस डिग्रीधारी चिकित्सक की नियुक्ति की गई है वर्तमान में चिकित्सक अपनी उपस्थिति नहीं दी है।

उन्होंने यह भी बताया कि देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हीमोडायलिसिस की सुविधा दी जा रही है आज दिनांक तक 429 हीमोडायलिसिस सेंशन संपन्न किया गया है।

पेयजल पर उन्होंने बताया कि वर्तमान में वाटर एटीएम के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। वहां सुपेबेड़ा समूह जल प्रदाय योजना प्रक्रियाधीन है अर्थात तेल नदी से सीधे पाइपलाइन के माध्यम से सुपेबेडा के निवासियों को शुद्ध पेयजल प्रदान करने की योजना प्रक्रियाधीन है।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!