दामाद व पुत्री के मारपीट की रिपोर्ट लिखने जा रहे ससूर को दामाद ने दिया धक्का, चोट लगने से ससूर की हो गई मृत्यु, दामाद गिरफ्तार….जाने पूरा मामला….

November 19, 2021 Off By Samdarshi News

दिपावली पर्व में पति पत्नि में हुआ था विवाद, पत्नि चली आई थी मायके,

चौकी पण्डरापाठ थाना बगीचा में आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 223/2021 धारा 302 भा.द.वि. के अन्तर्गत अपराध पंजीबद्ध

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थिया केसरी बाई उम्र 60 वर्ष निवासी लमदरहा कामारिमा दिनांक 18.11.2021 को थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि इसकी पुत्री का विवाह ग्राम पोस्कट के हरिहर साय के साथ हुआ है। बीते दीपावली के समय इसका दामाद द्वारा प्रार्थिया की पुत्री को मारपीट करने एवं विवाद करने के कारण वह अपने बच्चों के साथ मायके में आकर रह रही थी। दिनांक 17.11.2021 को हरिहर साय अपने पत्नी, बच्चों को लेने के लिये ग्राम लमदरहा आया हुआ था।

हरिहर साय से उसके ससुर असारू राम ने अपनी पुत्री को मारपीट किये जाने के संबंध में पूछने पर वह कुछ नहीं बताया, उसके बाद असारू राम अपनी पत्नी केसरी बाई एवं नाति, नातिन के साथ हरिहर साय द्वारा मारपीट करने के संबंध में चौकी पण्डरापाठ में रिपोर्ट कराने जा रहा था, उसका दामाद रिपोर्ट कराने से मना कर रहा था। उसी दौरान रास्ते में हरिहर साय द्वारा अपने ससुर असारू राम से विवाद कर उसके गला को पकड़कर जोर से सड़क में धक्का देकर सिर में चोंट पहुंचा कर बेहोश कर दिया, जिसे उठाकर घर ले गये, साधन नहीं होने से घायल असारू राम को अस्पताल लेकर नहीं गये।

दिनांक 18.11.2021 के प्रातः में असारू राम को 108 वाहन के माध्यम से बगीचा अस्पताल ले गये उसी दौरान असारू राम की मृत्यू हो गई। प्रार्थिया की रिपोर्ट पर आरोपी हरिहर साय के विरूद्ध धारा 302 भा.द.वि. के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

प्रकरण की विवेचना दौरान आरोपी हरिहर साय को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उक्त घटना कारित करना स्वीकार किया। आरोपी के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने से आरोपी हरिहर साय उम्र 48 वर्ष निवासी पोस्कट चौकी पण्डरापाठ थाना बगीचा को दिनांक 19.11.2021 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

प्रकरण की विवेचना एवं आरोपी को गिरफ्तार करने में स.उ.नि. जोसिक राम कुर्रे, प्र.आर. 390 कृपा सिंधु तिग्गा, प्र.आर. 61 प्रकाश वाजपेयी, आर. 326 कोसमोस की महत्वपूर्ण भूमिका रही।