कांग्रेस राज में पत्रकारों के साथ उत्पीड़न चरम पर : लता उसेंडी

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य.लता उसेण्डी ने कहा है कि कोण्डागाँव के पत्रकार विश्वजीत मलिक के साथ माकड़ी में कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के करीबी व कांग्रेस प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राम कश्यप और गुंडों को साथ लेकर नाली निर्माण में हुई अनियमितता की खबर छपने से बौखलाए ठेकेदार द्वारा की गई मारपीट ने प्रदेश सरकार के पत्रकार सुरक्षा कानून की हवा निकाल दी है। सुश्री उसेंडी ने कहा कि यह बेहद अफसोस की बात है कि छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र की दुहाई देने वाली कांग्रेस की प्रदेश सरकार की नाक के नीचे लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ ही खतरे में है।

भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सुश्री उसेंडी कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम के विधानसभा क्षेत्र में जिस तरह एक पत्रकार के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ता के द्वारा लोगों को उकसाकर मारपीट की वारदात कराई गई है, उससे यह आईने की तरह साफ हो गया है कि कांग्रेस में राजनीतिक असहिष्णुता का चरित्र ऊपर से लेकर नीचे तक व्याप्त है। अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज़ को कुचलना कांग्रेस की राजनीतिक संस्कृति रही है। सुश्री उसेंडी ने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश सरकार द्वारा पत्रकार सुरक्षा कानून पारित करने के कुछ ही दिनों में कांग्रेस के एक जिला पदाधिकारी ने अपनी ही सरकार के इस कानून को सरेआम एक पत्रकार की सरेआम बेदम पिटाई करके पलीती लगाने में देर नहीं की! कोण्डागाँव विधानसभा क्षेत्र में पत्रकार सुरक्षा कानून की उड़ती धज्जियाँ इस कानून और प्रदेश सरकार की असलियत को सामने ला रही है। सुश्री उसेंडी ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के कोंडागाँव विधानसभा क्षेत्र में इस तरह की यह कोई पहली वारदात नहीं है। इससे पहले भी पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार तथा धमकी देने का सिलसिला चलता रहा है।

भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सुश्री उसेण्डी ने कहा कि नाली निर्माण में अनियमितता की खबर प्रकाशन के तकरीबन सप्ताहभर बाद कोंडागांव निवासी पत्रकार विश्वजीत मलिक के ऊपर ठेकेदार के गुंडों द्वारा सोमवार को माकड़ी में मारपीट के दौरान पत्रकार जब अपनी जान बचाने जनपद पंचायत कार्यालय परिसर में स्थित शिक्षा विभाग के कार्यालय में घुसा तो ठेकेदार के गुंडों ने पत्रकार को कमरे से निकाल कार्यालय के सामने लात-घूँसों से जमकर पीटा और पत्रकार का मोबाइल जमीन पर पटककर तोड़ दिया। इसकी शिकायत पत्रकार मलिक ने माकड़ी पुलिस में दर्ज कराई है लेकिन सीसीटीवी फुटेज में कैद मारपीट की इस वारदात के आरोपियों पर सत्तारूढ़ दल के राजनीतिक संरक्षण के चलते कोई कार्रवाई नहीं अब तक नहीं की गई है और आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। सुश्री उसेंडी ने कहा कि जिले के पत्रकारों ने 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गठित कर उक्त मामले के तथ्यों की जांच के लिए माकड़ी भेजा था। पत्रकारों ने पाया कि घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से यह स्पष्ट हो रहा है कि मारपीट व जानलेवा हमले की वारदात को अंजाम दिया गया है। पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने पूरे मामले की बिंदुवार जांच की है जिसकी रिपोर्ट वे जल्द ही पीएमओ कार्यालय, राज्यपाल, मुख्यमंत्री व गृह मंत्री सौंपेंगे। सुश्री उसेंडी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं होना समझ से परे है।

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