सीएसआर-जीएचआरडीसी बी-स्कूल रैंकिंग 2022 में भा.प्र.सं रायपुर पहले स्थान पर रहा

सीएसआर-जीएचआरडीसी बी-स्कूल रैंकिंग 2022 में भा.प्र.सं रायपुर पहले स्थान पर रहा

March 29, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

सीएसआर-जीएचआरडीसी बी-स्कूल रैंकिंग 2022 में भा.प्र.सं रायपुर पहले स्थान प्राप्त हुआ है, जो शैक्षणिक उत्कृष्टता, आधुनिक शोध और सामाजिक रूप से जिम्मेदार पहल के प्रति संस्थान का समर्पण दर्शाता है। सीएसआर-जीएचआरडीसी बी-स्कूल रैंकिंग, शैक्षणिक क्षेत्र में सबसे सम्मानित और हर जगह अपनाई जाने वाली रैंकिंग मानी जाती है। यह प्रतिष्ठित रैंकिंग फैकल्टी, इंफ्रास्ट्रक्चर, रिसर्च और आउटरीच गतिविधियों जैसे विभिन्न मापदंडों के सख़्त मूल्यांकन पर आधारित होती है।

इस रैंकिंग का आयोजन, सेंटर फॉर सस्टेनेबिलिटी एंड रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) और ग्लोबल ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर (जीएचआरडीसी) जैसी दो प्रसिद्ध संस्थाओ द्वारा किया गया था, जो पिछले दो दशकों से अधिक समय से शैक्षणिक संस्थानों का मूल्यांकन कर रहे हैं। इस वर्ष की रैंकिंग विशेष रूप से प्रतिस्पर्धी थी, जिसमें देश भर के 500 से अधिक बिजनेस स्कूलों ने भाग लिया था।

उत्कृष्टता के प्रति भा.प्र.सं रायपुर की प्रतिबद्धता इसकी बेहतरीन फैकल्टी और अपने-अपने क्षेत्र के प्रसिद्ध विशेषज्ञों से झलकती है। इस संस्थान ने शोध के क्षेत्र में भी बहुत ज़्यादा निवेश किया है, यहाँ की फैकल्टी और छात्र नियमित रूप से उच्च श्रेणी की पत्रिकाओं में रिसर्च पेपर प्रकाशित करते हैं। इसके अलावा, भा.प्र.सं रायपुर ने उत्कृष्टता केंद्र, नवाचार और उद्यमिता केंद्र, ऊर्जा प्रबंधन केंद्र और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन केंद्र स्थापित किए है। भा.प्र.सं रायपुर, सामाजिक जिम्मेदारी के लिए पहल सहित विभिन्न आउटरीच गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रही है। बढ़ रही सामाजिक समस्याओ को हल करने के लिए संस्थान ने कई सरकारी एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों और निजी संगठनों के साथ हाथ मिलाए है।

भा.प्र.सं रायपुर के निदेशक डॉ. राम कुमार काकानी ने कहा, “कोविड-19 महामारी ने बेहद प्रभावशाली रूप से हमारे काम करने, सीखने और दूसरों से जुड़ने के तरीकें बदल दिए है। महामारी की शुरुआत में, पढ़ाई करने का तरीक़ा भौतिक से वर्चुअल में तेजी से बदल गया था। यह संस्थान कोविड से पहले  और बाद के, दोनों शैक्षणिक वातावरणों को अपनाने में सक्षम थी। हमने एंड्रागॉजिकल टूल्स, सिमुलेशन और डिजिटल जुड़ाव का उपयोग करके एडल्ट लर्निंग (प्रौढ़ शिक्षा) शुरू की है। हम भा.प्र.सं रायपुर में फ़्लिप्ड क्लासरूम, काइनेस्टेटिक लर्निंग, मल्टी-सेंसरी लर्निंग, गेम-बेज़्ड लर्निंग, स्टूडेंट-सेंटर्ड लर्निंग, टीचर-सेंटर्ड लर्निंग और इंक्वायरी-बेस्ड लर्निंग जैसे तरीकें भी अपनाए हैं, जो छात्रों को अन्वेषण और उच्च स्तरीय पूछताछ के माध्यम से वास्तविक दुनिया से जुड़ने में  मदद करते हैं”।

सीएसआर श्रेणी में भा.प्र.सं रायपुर के उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण इसे रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। संस्थान को एक पर्यावरण-अनुकूलित समाज बनाने, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया है। भा.प्र.सं रायपुर की उपलब्धि, सामाजिक रूप से जिम्मेदार नेताओं का निर्माण करने के लिए अपने अटूट समर्पण का एक प्रमाण है जो समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा। यह संस्थान के लिए गर्व का क्षण है, और यह संसथान एक बेहतर और उज्जवल भविष्य बनाने की दिशा में काम करना जारी रखेगी।