कलेक्टर की पहल पर आस्था के केन्द्र माँ बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ जाने वाले लिटिया मार्ग पर पदयात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए भव्य शक्ति द्वार का किया गया निर्माण

कलेक्टर की पहल पर आस्था के केन्द्र माँ बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ जाने वाले लिटिया मार्ग पर पदयात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए भव्य शक्ति द्वार का किया गया निर्माण

March 30, 2023 Off By Samdarshi News

ग्राम लिटिया एवं मुसरा में पदयात्रियों एवं श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए शक्ति कुटीर का किया गया निर्माण

जिला प्रशासन के सेवा पंडाल में लगभग 1 हजार 575 पदयात्रियों की सेवा की गई

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव

चैत्र नवरात्रि पर्व के अवसर पर राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम लिटिया में भव्य शक्ति द्वार का निर्माण किया गया है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह की पहल पर आस्था के केन्द्र माँ बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ जाने वाले मार्ग शक्ति पथ पर पदयात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए भव्य शक्ति द्वार का निर्माण किया गया है। ग्राम लिटिया एवं मुसरा में पदयात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए शक्ति कुटीर का निर्माण किया गया है। जहां वे कुछ समय विश्राम करते हुए आगे की यात्रा डोंगरगढ़ के लिए जाएंगे। माँ बम्लेश्वरी के प्रति भक्तगणों की अपार श्रद्धा है। वहां जाने वाले श्रद्धालुओं की उनकी सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार कार्य किए गए। इसी क्रम में शक्ति द्वार एवं शक्ति कुटीर का निर्माण किया गया है।

उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन के सेवा पंडाल में लगभग 1 हजार 575 पदयात्रियों की सेवा की गई। कलेक्टर के आव्हान पर सभी विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सेवा पंडाल में अपनी सेवाएं दी। जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम श्री अरूण वर्मा, तहसीलदार श्री प्रफुल्ल गुप्ता, पंडाल प्रभारी श्री उदयन सान्याल द्वारा लगातार कार्य किया गया। पदयात्रियों को भोजन, नाश्ता, फलाहार, पेयजल उपलब्ध कराया गया। जिला पंचायत के सेवा पंडाल में जिला पंचायत, नगर निगम, राजस्व, कृषि, खाद्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, सीएसईबी, नगर नियोजन, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, स्काउट एवं गाईड, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य, कौशल विकास, लाईवलीहुड कालेज, जनसंपर्क, उद्यानिकी, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों तथा उनके परिवारजनों द्वारा योगदान दिया गया। सभी ने मिल कर डोंगरगढ़ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन बनाया तथा उन्हेंं परोसकर सेवाएं दी गई।