छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के लिए फील्ड में जाकर फ्रंट लाईन में कार्य करें अधिकारी – कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की ली बैठक

Advertisements
Advertisements

समुचित व्यवस्था बनाते हुए कार्य में आ रही चुनौतियों के निदान पर ध्यान दें

सर्वेक्षण का कार्य बेहतरीन तरीके से करने के दिए निर्देश

बेरोजगारी भत्ता हेतु युवाओं के प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए समय-निर्धारित कर कार्य में गति लाने के लिए कहा

जिले में सुपोषण अभियान की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी दे अपना शत-प्रतिशत योगदान

अविवादित नामांतरण, सीमांकन, निवास प्रमाण पत्र, विवादित खाता, डायवर्सन, राजस्व शिविर, नक्शे के जियो रिफरेंस, आयुष्मान कार्ड, अवैध निर्माण, नजूल भू-भाटक की राशि वसूली, भू-अर्जन में मुआवजा भुगतान सहित विभिन्न कार्यों की गहन समीक्षा की

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव

कलेक्टर डोमन सिंह ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक ली तथा राजस्व सहित शासन की विभिन्न योजनाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने बेरोजगारी भत्ता के लिए पंजीकृत हितग्राहियों तथा उनके दस्तावेजों के भौतिक सत्यापन के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी भत्ता शासन की महती योजना है। युवाओं के प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए समय-निर्धारित कर कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के लिए विकासखंड स्तर पर दिए गए लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए सभी एसडीएम लगातार मानिटरिंग करें। फील्ड में जाकर फ्रंट लाईन में कार्य करें तथा सर्वेक्षण कार्य का नेतृत्व करें। सभी एक-दूसरे से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें। सर्वेक्षण के कार्य के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए ग्राम पंचायतों में दिन निर्धारित कर त्योहार मनाएं और सरपंच, सचिव सबके सहयोग से कार्य करें। सभी एसडीएम, जनपद सीईओ के साथ प्लानिंग करें। जहां धीमी गति है, वहां अतिरिक्त प्रयास करते हुए शत-प्रतिशत कार्य करने की कोशिश करें। समुचित व्यवस्था बनाते हुए कार्य में आ रही चुनौतियों के निदान पर ध्यान दें। तकनीकी सहयोग, उत्तम प्रशिक्षण, प्रतिदिन कार्य करते हुए सर्वेक्षण का कार्य बेहतरीन तरीके से करें। उन्होंने मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान घोषणा एवं निर्देश के परिपालन के किए गए कार्यों की जानकारी ली।

कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में बच्चों के कुपोषण की समस्या को शत-प्रतिशत दूर करना है। जिले में 900 बच्चे गंभीर कुपोषित हंै। बच्चों के सुपोषण के लिए बहुत सी अपेक्षाएं है। बच्चों को पौष्टिक आहार देकर उन्हें मध्यम तथा सामान्य श्रेणी में लाने के लिए विशेष कोशिश करनी है। इसके लिए जनप्रतिनिधि, स्वयं सेवी संस्थाएं, सामाजिक संस्थाए, आम नागरिकों की सहभागिता से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सुपोषण के प्रति जागरूकता लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सुपोषण अभियान के तहत सभी जनपदों में मानिटरिंग सिस्टम विकसित करेंगे। जिससे ज्यादा से ज्यादा जन सहभागिता बढ़े। जिले को कुपोषण मुक्त करने की दिशा में सामूहिक प्रयास जरूरी है। इसके लिए एक कंट्रोल रूम बनाएं तथा जागरूकता के लिए पोस्टर बनवाएं। कलेक्टर ने टीबी मुक्त जिले के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि निक्षय मित्र के रूप में टीबी के मरीजों को 6 माह तक पोषण किट देने के लिए अधिक से अधिक संस्थाएं, जनमानस तथा अधिकारी जुडं़े। उन्होंने कहा कि जिले में कोटपा के तहत गुटखा एवं जर्दा नशीले पदार्थों पर कड़ी कार्रवाई की गई है, जिसकी राज्य स्तर पर सराहना हुई है। उन्होंने इसके लिए सभी अधिकारियों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने मतदान केन्द्रों के भौतिक सत्यापन, स्थल एवं नाम परिवर्तन तथा 1400 से ज्यादा मतदाता होने की स्थिति में सहायक मतदान केन्द्र के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विवादित मतदान केन्द्र का पहले से चिन्हांकन कर लें। आधार लिंक के लिए व्यवस्थित तरीके से कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि 12वीं की परीक्षा के बाद बच्चों को अन्य महाविद्यालयों तथा विभिन्न परीक्षाओं के लिए आवश्यकता को देखते हुए प्राथमिकता से जाति प्रमाण पत्र देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि 85 प्रतिशत जाति प्रमाण पत्र वितरित किया गया है। जिसे बढ़ाकर शत-प्रतिशत करने के निर्देश दिए। उन्होंने भू-अर्जन के लंबित प्रकरणों के मुआवजा भुगतान की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अवार्ड पारित होते ही सबसे पहले रिकार्ड दुरूस्त करें। उसके बाद मुआवजा भुगतान करें। जिस विभाग का एवार्ड पारित हुआ है। उनके विभाग में भी रिकार्ड दुरूस्तीकरण होना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि प्रति सोमवार को पटवारी मुख्यालय में बैठते हंै या नहीं सभी एसडीएम इसके लिए अभियान चलाकर निरीक्षण करें। उन्होंने अविवादित नामांतरण, स्थानीय निवास प्रमाण पत्र, विवादित खाता, डायवर्सन, राजस्व शिविर, नक्शे के जियो रिफरेंस, आयुष्मान कार्ड, अवैध निर्माण, नजूल भू-भाटक की राशि वसूली, सी-मार्ट, धन्वंतरी के संबंध में जानकारी ली। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, एसडीएम राजनांदगांव श्री अरूण वर्मा, एसडीएम डोंगरगढ़ श्री गिरीश रामटेके, संयुक्त कलेक्टर श्री अभिषेक गुप्ता, संयुक्त कलेक्टर श्री खेमलाल वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। अन्य अधिकारी विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहें।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!