20 हज़ार महिलाओं से रोजगार छीन उन्हें सड़क पर ला रही कांग्रेस : भाजपा
November 23, 2021रोजगार देने नही रोजगार छीनने वाली सरकार छतीसगढ़ में काम कर रही है : भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने सन 2009 से रेडी टू ईट फूड बनाने और बाँटने का काम छीनकर महिला स्व सहायता समूहों से जुड़ीं 20 हज़ार महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक सुरक्षा के अपने वादे के ख़िलाफ़ जाकर खुले तौर पर धोखाधड़ी की है। महिला मोर्चाअध्यक्ष ने कहा कि गंगाजल की सौगंध खाकर पूर्ण शराबबंदी के वादे से मुकरकर मातृ-शक्ति से छलावा करने वाली इस प्रदेश सरकार ने एक बार फिर अपने जन घोषणा पत्र में महिला स्व-सहायता समूहों के सशक्तिकरण और कर्ज़माफ़ी का ढिंढोरा पीटने के बावज़ूद अपने महिला विरोधी होने का प्रमाण दिया है। श्रीमती शालिनी ने कहा कि प्रदेश सरकार अब प्रदेश का यह भी बताए कि किन कांग्रेसियों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए वह छतीसगढ़ की 20 हज़ार महिलाओ को संकट में डाल रहे है।
भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों की कर्ज़माफ़ी के नाम पर चिड़िया के मुँह में चुग्गा देकर दिखावा करने वाली प्रदेश सरकार अब जन विरोधी काम करने लगी है। रेत, ज़मीन, शराब, राशन जैसे जनहित के तमाम क्षेत्रों के बाद अब भोजन पकाने और बाँटने के काम को भी क्या को कांग्रसियो के हवाले करने जा रही है । श्रीमती शालिनी ने कहा कि इस प्रदेश सरकार ने पहले माफ़ियाओं को फ़ायदा पहुँचाने और उसमें कमीशनखोरी के लिए रेत घाटों के संचालन का अधिकार ग्राम पंचायतों से छीना और अब महिला स्व-सहायता समूहों से रेडी टू ईट का काम छीनने का शर्मनाक कृत्य किया है जिसके चलते प्रदेश की 20 हज़ार महिलाओं के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। महिलाओं के आर्थिक स्वाभिमान के इस घिनौने खिलवाड़ की क़ीमत इस प्रदेश सरकार को चुकानी पड़ेगी। श्रीमती शालिनी ने कहा कि एक तरफ़ कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा उत्तरप्रदेश में महिलाओं को चुनाव लड़ाने के नाम पर महिला-महिला की सियायत कर रही हैं, वहीं उन्हीं की पार्टी की सरकार छत्तीसगढ़ में महिलाओं के चलते रोज़गार पर अपने तुग़लक़ी फ़ैसले से लात मारने का कुकृत्य कर रही है! क्या कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ की अपनी ‘लबरा सरकार’ के मुखिया से इस बारे में ज़वाब-तलब करने का साहस दिखाएगा?