13 जिलों के राजीव युवा मितान क्लबों को मिलेगी 7.71 करोड़ रूपए की राशि : मुख्यमंत्री 21 मई को पाटन में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में करेंगे राशि का अंतरण

13 जिलों के राजीव युवा मितान क्लबों को मिलेगी 7.71 करोड़ रूपए की राशि : मुख्यमंत्री 21 मई को पाटन में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में करेंगे राशि का अंतरण

May 19, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 21 मई को दुर्ग जिले के पाटन विकासखण्ड के ग्राम सांकरा में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित भरोसे का सम्मेलन में राज्य के 13 जिलों के 3085 राजीव युवा मितान क्लबों को 7 करोड़ 71 लाख रूपए की राशि जारी करेंगे।

गौरतलब है कि युवाओं को रचनात्मक कार्यों से जोड़ने के उद्देश्य से राजीव युवा मितान क्लबों का गठन किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में 13 हजार 242 राजीव युवा मितान क्लब का गठन कर सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। राजीव युवा मितान क्लब को विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के लिए प्रत्येक तीन माह में 25 हजार रूपए के मान से सालाना एक लाख रूपए प्रत्येक क्लब को दिए जा रहे हैं। योजना प्रारंभ होने से अब तक राजीव युवा मितान क्लबों को 60 करोड़ 18 लाख रूपए की राशि उपलब्ध करायी गई है।

राजीव युवा मितान क्लब में रचनात्मक गतिविधियों के आयोजन से उत्साहित हुए युवा

राजीव युवा मितान क्लब योजना के माध्यम से गांवों, कस्बों के साथ-साथ शहरों में विभिन्न सांस्कृतिक, रचनात्मक गतिविधियां तथा छत्तीसगढ़ के रीति-रिवाज को सहेजने और पारंपरिक खेलकूद के आयोजन से युवा उत्साहित है। युवाओं की ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग हो रहा है और छत्तीसगढ़िया संस्कृति को जानने, और समझने के पर्याप्त अवसर युवाओं को मिल रहा हैं। अपनी मूल संस्कृति से जुड़े रहकर युवा क्षेत्र व समाज के नवनिर्माण में अपनी ऊर्जा का भरपूर उपयोग कर प्रदेश के प्रगति में अहम् भागीदारी निभा रहे हैं।

लोगों में परस्पर संवाद बनाये रखने, ग्रामीण आयोजनों में युवाओं को आगे लाने और समाज सेवा से लेकर अंतिम व्यक्ति तक शासकीय सेवाओं योजनाओं को ले जाने में भी मितान क्लब योजना सहायक सिद्ध हो रही है। ग्रामीण अंचल के युवाओं में मितान क्लबों में अधिक सक्रीयता देखी जा रही है। खेल-कूद से लेकर सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों में युवाओं को नेतृत्व मिल रहा है। युवाओं को अवसर मिलने से उनके बौद्धिक और व्यावहारिक ज्ञान में भी निरंतर विकास हो रहा है। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में भागीदारी की बात हो, स्वास्थ्य-शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने की बात हो या फिर शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार की, युवा सक्रीयता के साथ इन कार्याें को बखूबी निभा रहे हैं।