दीपका कालोनी में हुये एसईसीएल कर्मी के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने 24 घण्टे के अंदर सुलझाई : हत्या के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार, हत्या में प्रयुक्त टंगिया एवं आरोपी के खून लगे कपड़े, जूता तथा मोटर सायकल की गई जप्त !
May 26, 2023पत्नी ने ही कराई थी सुपारी देकर अपने पति की हत्या, शादी की सालगिरह के दिन कराई अपने पति की हत्या
थाना- दीपका, कोरबा में अपराध क्रमांक – 201/2023 धारा 302,120 (बी), 34 भादवि किया गया पंजीबद्ध
गिरफ्तार आरोपी –
01. श्रीमति धनेश्वरी रात्रे पति जगजीवन राम रात्रे उम्र 32 साल निवासी एमक्यू/ 07 उर्जानगर दीपका कालोनी
02. तुषार सोनी उर्फ गोपी पिता दयाराम सोनी उम्र 21 साल निवासी कृष्णानगर थाना दीपका जिला कोरबा (छ0ग0)
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, कोरबा
कोरबा/दीपका : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी शिवकांत कुर्रे पिता स्वर्गीय दरशराम कुर्रे उम्र 25 साल निवासी उर्जानगर दीपका, थाना दीपका का आकर प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराया था कि दिनांक 24 मई 2023 के रात्रि करीब 2:27 बजे उसकी बहन मोबाईल करके बताई थी कि कुछ लोग तुम्हारे जीजा को मारकर चले गए हैं। तो ये अपनी मां को लेकर अपनी बहन के घर गया तो देखा कि उसका जीजा सामने वाला कमरा के दरवाजा के पास चित हालत में लहुलुहान मृत अवस्था में पड़ा है। जिसकी रिपोर्ट पर थाना दीपका में अपराध क्रमांक 201/2023 धारा 302 भादवि के अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
घटना की जानकारी होते ही पुलिस अधीक्षक कोरबा यू. उदय किरण द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुये तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा श्री अभिषेक वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री श्री रॉबिनसन गुडिया, प्रशिक्षु आईपीएस श्री रोहित शाह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दीपका श्री अविनाश सिंह एवं साइबर सेल कोरबा प्रभारी श्री निरीक्षक सनत सोनवानी के नेतृत्व में टीम गठित कर तत्काल घटना स्थल उर्जानगर दीपका कालोनी भेजा गया। इस पुलिस टीम के द्वारा मौके पर सायबर सेल कोरबा, फोरेंसिक एक्सपर्ट बिलासपुर, डॉग स्क्वाड टीम के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। घटना स्थल निरीक्षण के अंतर्गत मृतक जगजीवन राम रात्रे की पत्नि धनेश्वरी रात्रे से पूछताछ पर वह बार बार बयान बदलकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने लगी, जिसे पुलिस टीम द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर धनेश्वरी बाई रात्रे टूट गई और बताई कि उसकी शादी 24 मई 2013 को जगजीवन राम रात्रे के साथ हुई थी, जगजीवन राम शादी के बाद से हमेशा शराब पीकर मारपीट कर बेईज़्जत्ती करता था, जिससे परेशान होकर अपने पति जगजीवन राम रात्रे की हत्या करने के लिए अपने परिचित के तुषार सोनी उर्फ गोपी से संपर्क कर उसे पैसे की लालच देकर अपने पति जगजीवन राम रात्रे की हत्या करने के लिये राजी कर ली और मार्च 2023 में अपने जेवर बेचकर अपने पति की हत्या करने के लिये तुषार सोनी उर्फ गोपी निवासी कृष्णानगर को सुपारी की रकम 50,000/ रूपये एडवांस में दी थी। आरोपी तुषार सोनी उर्फ गोपी इस दौरान गिरफ्तारी वारण्ट में जेल चला गया था, जो तुषार सोनी के जेल से छूटने के पश्चात धनेश्वरी बाई रात्रे फिर तुषार सोनी को अपने पति की हत्या करने के लिये बार-बार फोन करने लगी। तब तुषार सोनी दिनांक 24 मई 2023 के रात्रि करीबन 12:00 बजे के मध्य अपने एवेंजर मोटर सायकल में टंगिया को बांधकर पहुँचा और जगजीवन राम रात्रे के क्वाटर नंबर एमक्यू/07 उर्जानगर दीपका का दरवाजा को खटखटाया, तब जगजीवन राम रात्रे दरवाजा खोला तब आरोपी तुषार सोनी उसे तुम्हारी पत्नि के बारे में कुछ बताना है कहकर बोला और जगजीवन राम रात्रे से ठण्डा पानी मांगा। जब जगजीवन राम रात्रे बोतल में पानी लेकर आया तो तुषार सोनी टंगिया से जगजीवन राम रात्रे को मारकर हत्या कर दिया, हत्या करते समय जगजीवन राम की पत्नी धनेश्वरी बाई उसे देख रही थी। हत्या करने के बाद धनेश्वरी रात्रे अपने मोबाईल फोन को तोड़कर फेंकने के लिये तुषार सोनी को दी तथा हत्या की शेष रकम एक सोने का हार और 6000/- रूपये नगद फिर से तुषार सोनी को हत्या करने बाद दी थी। आरोपी तुषार सोनी उर्फ गोपी से घटना में प्रयुक्त टांगी, एवेन्जर मोटर सायकल, घटना के समय पहने कपड़ा, जूता को मुताबिक जप्ती-पत्रक जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया। आरोपी धनेश्वरी बाई रात्रे एवं तुषार सोनी उर्फ गोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, दोनों को न्यायिक रिमाण्ड पर माननीय न्यायालय प्रस्तुत किया गया।
इस प्रकरण की कार्यवाही में थाना दीपका के थाना प्रभारी निरीक्षक अविनाश सिंह, साइबर सेल कोरबा प्रभारी सनत सोनवानी, सहायक उपनिरीक्षक परमेश्वर सिंह, सहायक उपनिरीक्षक जितेश सिंह, सहायक उपनिरीक्षक धनजंय नेटी, आरक्षक जगजीवन कंवर, आरक्षक शेख सहबान, आरक्षक अशोक कोर्राम्, आरक्षक इन्द्रदेव कंवर, सैनिक निर्मल सिदार, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक राम पाण्डेय, प्रधान आरक्षक गुनाराम सिन्हा, प्रधान आरक्षक राजेश कंवर, प्रधान आरक्षक चक्रधर सिंह राठौर, आरक्षक डेमन ओगरे, आरक्षक प्रशांत सिंह, आरक्षक विरकेश्वर, आरक्षक रवि चौबे की सराहनीय भूमिका रही।