पहली बारिश में खुली जल संसाधन विभाग की पोल, ईब नहर क्षतिग्रस्त, विधायक यू.डी. मिंज ने कहा – विभागीय अधिकारी हैं बेहद लापरवाह और कामचोर !

June 29, 2023 Off By Samdarshi News

विभागीय कार्यों के प्रति लापरवाह अधिकारियों पर की जानी चाहिए कारवाई.

किसानों के चेहरे पर खींच गईं है चिंता की लकीरें

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर

कुनकुरी : मानसून की पहली बारिश में कुनकुरी ब्लॉक के बासनतला के पास ईब नहर का पुल क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके कारण समस्या उतपन्न हो गईं, किसान के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच गईं है। इसमें जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही भी देखने को मिली की समय रहते उनके द्वारा निरिक्षण नहीँ किया जिसके कारण यह नहर क्षतिग्रस्त हो गया. विधायक यू.डी.मिंज ने इसे एरीगेसन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही बताया कहा विभागीय अधिकारियों के अनदेखी के कारण

नहर पुल हुआ है क्षतिग्रस्त

ज्ञात हो कि कुनकुरी ब्लॉक के बासनतला के सुखबासुपारा में ईब नदी पर बना नहर पुल पहली बारिश में ही क्षतिग्रस्त हो गया है। इस पुल का लिंक टूटने से सैंकड़ो किसानों के खेत में पानी नहीं जा रहा है। घटना बीती रात 2:00 बजे के आसपास की बताई जा रही है।

ईब नदी पर बना नहर पुल पहली बारिश में ही हो गया क्षतिग्रस्त

इस नहर पुल के टूटने से चटकपुर, बासनतला, रेंगारघाट, जोरतराई, केराडीह पँचायत के किसान प्रभावित होंगे। देखने से पता चलता है कि नहर की मरम्मत करने में भ्रष्टाचार या फिर अनदेखी की गई है। पुल से पहले बण्ड में दरार आई होगी और पानी अंदर घुसकर स्ट्रक्चर को बुरी तरह डैमेज कर दिया है।

क्षेत्रीय विधायक यू.डी.मिंज ने कहा कि जल संसाधन विभाग के अधिकारी अपने कामों के प्रति बहुत ही लापरवाह है, उनकी लापरवाही का खामियाजा किसानों और ग्रामीणों को भुगतान करना पड़ता है। ईब व्यपवर्तन सबसे पुरानी योजना है, इसकी देख़-रेख और सुधार विभाग की जिम्मेदारी है, लेकिन समय रहते इनके द्वारा इसे देखा नहीँ जाता है, जिसका परिणाम किसानों को भुगतना पड़ता है। हमेशा विभागीय अधिकारियों की लापरवाही देखने को मिलती है।

उन्होंने बताया कि अभी ब्लॉक स्तरीय बैठक में उपस्थित एरिगेशन विभाग के एसडीओ को अपने विभाग की जानकारी ही नहीँ है कि डायवर्सन एवं नहरों की स्थिति क्या है ? अधिकारी मूल काम, किसानों के हित में होने वाले काम को छोड़कर दूसरे कामों में व्यस्त है, जिसके कारण सिस्टम फेल हो रहा है, ऐसे अधिकारियों पर कारवाई की जानी चाहिए।