महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन और जशपुर जिला प्रशासन के द्वारा हर सम्भव प्रयास किया जा रहा

Advertisements
Advertisements

ग्रामीण क्षेत्र के महिलाएं स्व सहायता समूह से जुड़कर बन रहे हैं आत्मनिर्भर

मनोरा में श्री गणेश स्व-सहायता समूह की 10 महिलाएं कर रही है मछली पालन का कार्य

अब तक 18 क्विंटल मछली बिक्री कर 3 लाख 60  हजार रूपये का किया है आय अर्जित

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

छ.ग राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत गरीब महिलाओं को एक स्व सहायता समूह के रूप में संगठित किया जा रहा है साथ ही उन्हें प्रेरित कर क्षमतावर्धन आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। आज महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना से जुड़कर स्वरोजगार की ओर अग्रसर होते हुए अपने सपने के पंख का स्वरूप देकर नई उड़ान की ओर तैयार हैं। इन महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य शासन और जिला प्रशासन के द्वारा हर सम्भव प्रयास किया जा रहा हैं।

इसी कड़ी में मनोरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत मनोरा में श्री गणेश स्व-सहायता समूह की 10 महिलायें मछली पालन का कार्य रही है। इस कार्य के लिए इन्होने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना अंतर्गत 3 लाख बैंक लिंकेज प्राप्त कर मछली पालन का कार्य कर रही है और यह कार्य विगत 3 वर्षाे से कर रहे है। श्री गणेश स्व-सहायता समूह मनोरा द्वारा अब तक 18 क्विंटल मछली बिक्री कर 3 लाख 60 हजार रूपये का आय अर्जित किया है। इनकी सफलता को देखकर अन्य समूह की महिलाये भी अपनी आजीविका को वृहद् रूप देने के लिए आगे आ रही है। स्व सहायता समूह की महिलाओं ने छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि बिहान योजना जरूरतमंदों के लिए आशा की किरण लेकर आयी है।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!