जशपुर विधायक ने किया छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल का शुभारंभ : छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में होंगे रस्सा कस्सी, बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़ ,भंवरा, कबड्डी सहित 16 पारम्परिक खेल
July 17, 2023हरेली तिहार और छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की बधाई एव शुभकामनाएँ दी
गेड़ी और रस्सा कस्सी का खूब लिया आनंद
छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलों से नयी पीढ़ी को अवगत कराने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आयोजन -विधायक विनय भगत
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक 2023 -24 जिला स्तरीय खेल का शुभारंभ रिमझिम फुहारों के बीच आज इचकेला ग्राम पंचायत के ग्राउंड में जशपुर विधायक श्री विनय भगत ने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष श्रीमती कल्पना लकड़ा, बीडीसी श्री अमित महतो, श्री अजय गुप्ता, श्री सूरज चौरसिया, श्री मनमोहन भगत, श्रीमती किरण कांति सिंह, श्री सत्रानशुं पाठक पाठक , सरपंच श्री प्रेम सागर भगत, इचकेला सरपंच श्रीमती जीरामणि तिर्की, बोकी सरपंच श्रीमती कांति रानी कुजुर, आरा सरपंच श्रीमती बुधनी बाई,जिला पंचायत सीईओ श्री संबित मिश्रा, डीएफओ श्री जितेंद्र उपाध्याय, स्थानीय जनप्रतिनिधि, तथा विभाग के अधिकारी कर्मचारी , छात्र-छात्राएं सहित गणमान्य नागरिक व खेल प्रेमी उपस्थित थे।
विधायक श्री विनय भगत ने कहा कि हमारी लोककला और संस्कृति विलुप्त हो रही थी ।वही पारंपरिक खेल भी आधुनिकता की दौड़ में पीछे छूट रहे थे। इस को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने महसूस किया और पारंपरिक छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक पिछले साल खेल का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि सफलता एक दिन में नहीं मिलती ।लक्ष्य बनाकर इसे पूरा करें।तभी आप लक्ष्य हासिल कर सकते है। उन्होंने कहा कि आज से पूरे छत्तीसगढ़ के साथ जशपुर ज़िले में भी हरेली तिहार का आयोजन हो रहा है साथ ही छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलो का अगाज हो गया है। छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलों से नयी पीढ़ी को अवगत कराने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का शुभारम्भ सरकार द्वारा की गई। छत्तीसगढ़ में दूसरी बार हो रही पारम्परिक खेलों और खेल.कूद प्रतियोगिता का जशपुर ज़िले में जबरदस्त उत्साह है। खेल जिला, संभाग,और राज्य स्तर पर
रस्सा कस्सी, बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़ ,भंवरा, कबड्डी सहित 16 पारम्परिक खेल प्रतियोगिता होंगी। जिसमें बच्चे बुजुर्ग भाग लेंगे। उन्होंने सभी को हरेली तिहार और छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने गेड़ी चढ़कर और रस्सा कस्सी का खूब आनंद लिया।