ऑटो में घूम घूम कर खरीद रहे कबाड़ संचालक पर कुनकुरी पुलिस ने की कार्रवाई
August 21, 2023कबाड़ की आड़ में करोड़ो का किया जा रहा है कारोबार, हो रही है टेक्स की चोरी
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, कुनकुरी/जशपुर
कुनकुरी: नगर पंचायत क्षेत्र कुनकुरी सहित पूरे जिले में अवैध कबाड़ का कारोबार तेज गति से फल फूल रहा है। बिना लाईसेंस के हो रहे इस कारोबार में एक ओर जहां भारी टेक्स की चोरी की जा रही है वही दुसरी ओर इसकी आड़ में चोरी के सामान खरीदी का काला कारोबार भी फल फूल रहा है। चोरी के सामान की खरीदी से नाबालिगों में छोटी मोटी चोरियों की संलिप्तता भी कई बार सामने आ चुकी है।
उप महा निरीक्षक एवं वरीष्ठ पुलिस अधीक्षक डी. रविशंकर के निर्देश व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप के मार्गदर्शन में नवपदस्थ थाना प्रभारी सुनील सिंह ने अवैध कबाड़ व्यवसाय पर नकेल कसने के लिये की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मुखबीर से सूचना मिली थी कि नेशनल ढाबा के पास अवैध कबाड़ लोड ऑटो खड़ी है जिसपर त्वरित कार्यवाही करते हुए ऑटो को कब्जे में लिया गया है।
जशपुर जिले में अवैध कबाड़ का कारोबार करने वाले व्यवसायी बिना किसी लाईसेंस या अनुमति के करोड़ो का व्यवसाय कर रहे हैं। इस अवैध कारोबार पर किसी भी विभाग का कोई नियंत्रण नहीं है। इस व्यवसाय में टेक्स चोरी के साथ होने वाले भारी मुनाफे को देखकर दिनों दिन कबाड़ खरीदने वाले व्यवसायियों की संख्या बढ़ती जा रही है।
इन दिनों क्षेत्र में धड़ल्ले से कबाड़ियों का अवैध कारोबार चल रहा है। वहीं कुनकुरी के नवपदस्थ थाना प्रभारी सुनील सिंह ने कबाड़ से भरी लोड ऑटो वाहन को कब्जे में लेकर कबाड़ संचालक पर कार्रवाई की है। इस कार्रवाई से क्षेत्र के कबाड़ व्यवसायियों में हड़कंप मच गया है।
नगरीय क्षेत्र में कबाड़ के कई बड़े व्यवसायी हैं, जो साल भर में करोड़ों का कारोबार करते हैं। शुरू-शुरू में एक दो एजेंट रखकर शहर से कबाड़ इकट्ठा कराके खरीदते हैं, बाद में इनके एजेंट बढ़ते जाते हैं। कबाड़ी इनसे औने पौने में कबाड़ का सामान खरीदकर थोक में भारी मुनाफा लेकर बेचते है और मोटी रकम कमाते हैं।
नियमानुसार इस धंधे में लाईसेंस लेना अनिवार्य होता है, लेकिन बिना लाइसेंस व अनुमति के किए जाने वाले कबाड़ के व्यवसाय की शुरूआत बस एक स्टाक रजिस्टर से की जाती है। जिसमें खरीद-बिक्री किए गए सामान को दर्ज किया जाता है। उनके पास खरीद-बिक्री की कोई रसीद भी नहीं होती है। देखा जाए तो कबाड़ व्यवसाय के लिए लाइसेंस लेना जरूरी होता है, लेकिन न कोई लेता है और न ही इस पर किसी का ध्यान जाता है। इसी का फायदा उठाकर लाखों करोड़ों का यह कारोबार अवैध रूप से खूब फल-फूल रहा है। जिस पर प्रशासन का ध्यान देना आवश्यक है।
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