सारे गोठान बदहाल है तो आखिर गोठानों के नाम पर खर्च किया पैसा किसने खा लिया : भाजपा

Advertisements
Advertisements

जमीन से आसमान तक घोटाला करने वालो ने गाय माता के पैसे को भी नही छोड़ा : संदीप शर्मा

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के प्रभारी व राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य संदीप शर्मा ने कहा है कि जिन गौठानों को लेकर प्रदेश सरकार बड़ी-बड़ी डींगे हांकती नहीं थकती, उन गौठानों की दुर्दशा का आलम पूरा प्रदेश देख रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाकर आत्मप्रचार में लगी प्रदेश की कांग्रेस सरकार इन गौठानों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने में फिसड्डी साबित हो रही है।

जिन गौठानों में मल्टी एक्टिविटी के काम होने थे, आज वे गौठान बदहाली का सरकारी अभिशाप भोगने के लिए विवश हैं। जब से गौठानों के नाम पर प्रदेश सरकार ने ढोल पीटना शुरू किया है, इन गौठानों में न तो चारा-पानी के समुचित प्रबंध किए गए और न ही वहां के शेड सही सलामत रहे। दुर्भाग्य से आज भी हालात उससे बदतर ही नजर आ रहे हैं। श्री  संदीप शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार को इस बात पर न जाने कब शर्म महसूस होगी कि उसकी यह योजना पूरी तरह फ्लाप शो साबित हो चुकी है। लोग इन गौठानों का इस्तेमाल अब खाना बनाने और रात्रि विश्राम के लिए करने लगे हैं। इन गौठानों की देखभाल करने वाला भी कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है। श्री शर्मा ने कहा कि गौठानों की ढिंढोरची प्रदेश सरकार प्रदेश सरकार ने दो लाख रुपए प्रति गौठान के हिसाब से 351 गौठानों पर लगभग सात करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च कर दी है, लेकिन गौठानों में व्यवस्था कहीं भी ढंग से नहीं हुई है। कई स्थानों पर तो गौठानों का काम तक पूरा नहीं हुआ है, और कई गौठान रख-रखाव में लापरवाही के चलते बदहाली की ओर है। श्री  शर्मा ने कहा कि इन गौठानों की नियमित माॅनीटरिंग नहीं हो रही है और सरपंच व अफसरों में तालमेल नहंी होना गौठानों की बदहाली की मुख्य वजह है। दूसरे प्रदेश में जाकर अपनी राजनीति चमकाने के लिए प्रदेश के खजाने का पैसा लुटाने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गौठानों की नियमित फंडिंग के लिए लापरवाही का परिचय दे रहे हैं।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!