कुनकुरी का जतरा मेला अधर में लटका : दुसरी नीलामी भी निरस्त, ठेकेदारों की मिली भगत और व्यापारियों की खींचतान में जतरा मेला के आयोजन में फंसा पेंच ….ठेकेदारों की मंशा सांठ-गांठ कर नीलामी हथियाना, व्यापारियों का दबाव स्थल की घोषणा के बाद हो मेला आयोजन का फैसला
March 9, 2024समदर्शी न्यूज़, कुनकुरी: नगर पंचायत कुनकुरी के अन्तर्गत आयोजित होने वाले वार्षिक जतरा मेला पर संकट के बादल मंडराने लगे है। नगर पंचायत द्वारा मेला आयोजन को लेकर शनिवार को दुसरी बार नीलामी प्रक्रिया सम्पन्न कराई गई जिसमें ठेकेदारों ने मिली भगत कर इतनी कम बोली लगाई जिसके कारण मेला ठेका सम्पन्न नही हो सका। नीलामी प्रक्रिया के दौरान कुनकुरी व्यापारी संघ के पदाधिकारी भी पहूंच गये और बिना स्थल चयन किये नीलामी प्रक्रिया सम्पन्न न कराने की मांग करने लगे। इन सारी आपत्तियों के बीच वार्षिक जतरा मेला के आयोजन से नगर पंचायत के राजस्व पर पलिता लगना स्पष्ट दिखाई पड़ रहा है।
नगर पंचायत कुनकुरी अन्तर्गत घोषित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को मेला आयोजन को लेकर निलामी प्रक्रिया प्रारंभ की गई। मेला नीलामी में 6 बोलिदार अरसद हुसैन, विनय तिर्की, शिव राय, निपेन्द्र जैन, शहनवाज आलम, राहुल नायक ने हिस्सा लिया। ठेकेदारों द्वारा सुनियोजित रूप से षड़यंत्र करते हुए सरकारी बोली 5 लाख 62 हजार एक सौ रूपये के सामने महज 50 हजार रूपये की बोली से निलामी प्रारंभ की। काफी देर तक बोली की प्रक्रिया चलने के उपरांत अंतिम बोली 1 लाख 6 हजार रूपये तक पहूंची जिसके बाद बोली का समापन किया गया।
नीलामी प्रक्रिया के दौरान अपनी आपत्ति लेकर पहुंचे कुनकुरी व्यापारी संघ के पदाधिकारी
दुसरी बार की निलामी में पहली निलामी से भी तथा सरकारी दर से कम राशि आने पर परिषद् की बैठक आहूत की गई जिसमें पार्षदों ने एक राय से मेला ठेका की राशि पर असहमति जताई गई और दुसरी बोली भी निरस्त कर दी गई। मेला आयोजन को लेकर मेला ठेका की अगामी तिथि नगर पंचायत प्रशासन द्वारा घोषित नही की गई है।
नगर में व्याप्त चर्चा के अनुसार कुछ पार्षदों एवं ठेकेदारों के बीच वार्षिक जतरा मेला को षडयंत्रपूर्वक मीना बाजार का नाम देकर ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित कराकर नगर पंचायत को राजस्व से वंचित करने का खेल किया जा रहा है। विगत कुछ वर्षो से इसी प्रकार का षड़यंत्र कर नगर पंचायत के राजस्व को क्षति पहूंचाने का कार्य नगर पंचायत प्रशासन की मिली भगत से किया जा रहा है। कई बार नगरीय क्षेत्र में ही नियमों के विपरित हेण्डीक्राफ्ट हेण्डलूम मेला एवं मीना बाजार के नाम पर आयोजन करने की अनुमति दी गई है जिसमें ध्वनि प्रदूषण, अग्नि सूरक्षा, पार्किंग व्यवस्था, कानून व्यवस्था की अनदेखी की गई थी। इसी इतिहास को फिर दुहराने का षडयंत्र किया जा रहा है।
कुनकुरी नगर में वार्षिक जतरा मेला निलामी के दिन व्यापारी संघ ने किया मेला का विरोध, निलामी के दिन हुई आपत्ति से मेला लगने पर मंडराया खतरा…..