जशपुर कलेक्टर ने बाल सम्प्रेक्षण गृह में रहने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के दिए निर्देश

December 28, 2021 Off By Samdarshi News

कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की ली बैठक

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर. कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने आज कलेक्टर सभाकक्ष में जिला बाल संरक्षण समिति, निरीक्षण समिति, सलाहकार समिति, महिला बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की त्रैमासिक बैठक ली। उन्होंने किशोर न्याय बोर्ड में लंबित प्रकरणों के अद्यतन स्थिति, बाल कल्याण समिति में लंबित प्रकरणों की स्थिति, बाल सम्प्रेक्षण गृह, किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समिति की भवन निर्माण की अद्यतन स्थिति, बाल देखरेख संस्थाओं में संरक्षित बच्चों की अद्यतन स्थिति, बाल देखरेख संस्थाओं में निवासरत बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे की अद्यतन, जिले के समस्त उपस्वास्थ्य केन्द्र प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व सिविल अस्पतालों में शिशु स्वागत पालना केन्द्रों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बाल सरंक्षण केन्द्र में रहने वाले बच्चों का विशेष ध्यान रखें। उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़े साथ ही जिले में कड़ाके की ठंड को देखते हुए बच्चों के लिए गर्म कपड़ों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अनाथ, बेसहारा बच्चों की सूचना मिलने पर चाल्ड लाईन टीम द्वारा तत्काल मौके पर जाकर बच्चों को बाल संरक्षण केन्द्र में लाए और उन्हें सारी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी कहा है। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, महिला बाल विकास अधिकारी श्री अजय शर्मा, बाल सरंक्षण अधिकारी श्री चन्द्रशेखर यादव, समिति के सभी सदस्यगण एवं लोक अभियोजन के अधिकारीगण उपस्थित थे।

बैठक में बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि किशोर न्याय बोर्ड में 37 प्रकरण में 18 प्रकरण का निराकरण किया गया। बालक कल्याण समिति में कुल 49 प्रकरण में 46 प्रकरण निराकृत किए गए। बाल देखरेख संस्था के अधिकारी ने बताया कि जिले में बाल गृह बालिका, बाल सम्प्रेक्षण गृह बालक, बाल गृह बालक, खुला आश्रय बालिका गृह, दत्तक ग्रहण,  में हाल ही में 65 बच्चों को प्रवेश लिया गया है। 67 बच्चों को संस्था से निर्मुक्त किया गया है। वर्तमान में 48 बच्चे संरक्षित है। जिसमें से 34 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे है।

जिले के समस्त उप स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य व सिविल अस्पतालों में शिशु स्वागत पालना केन्द्र 20 स्थापित किए गए है। जिसमें 37 केन्द्र स्थापित किया जाना है। छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना के संबंध में समन्वय पर चर्चा, बैठक में बताया गया कि उक्त योजना में 05 प्रकरणों में सभी पात्र पाए गए है। जिन्हें शिक्षा विभाग को प्रकरण स्थनांतरित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में संचालित हायर सेकण्डरी एवं हाई स्कूलों में अध्ययनरत एवं कन्या छात्रावासां में निवासरत छात्राओं को गुड-टच बेड टच, मानव तस्करी, बाल विवाह, बाल श्रम, भिक्षावृत्ति, सेव माईग्रेन के संबंध में प्रचार-प्रसार कर जानकारी दिया जा रहा है।