मोतियाबिंद मुक्त अभियान : जशपुर जिले में मोतियाबिंद शिविर का हुआ आयोजन, 43 मरीजों की हुई सफल सर्जरी
July 29, 2024मोतियाबिंद सर्जरी हेतु हेल्पलाइन नम्बर 9131318933 एवं 9340797400 जारी
समदर्शी न्यूज़ जशपुर, 29 जुलाई 2024/ मोतियाबिंद मुक्त अभियान अंतर्गत जिले में शनिवार शिविर का आयोजन हुआ। शिविर में 43 मोतियाबिंद मरीजों का सफल सर्जरी किया गया। जिसमें जिसमे सिविल अस्पताल पत्थलगांव में 17 एवं जिला चिकित्सालय जशपुर मे 26 मरीजों का सर्जरी किया गया।
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मार्गदर्शन मे मोतियाबिंद सर्जरी का आयोजन प्रत्येक सप्ताह विजिटिंग सर्जन द्वारा ऑपरेशन का संपादन किया जा रहा है जिसके तारतम्य में आगामी माह के 02 एवं 30 अगस्त को जिला कोरिया के नेत्र सर्जन डॉक्टर बलवंत सिंह तथा 10 एवं 24 अगस्त को डॉक्टर मधुरीमा पैंकरा जिला चिकित्सालय जशपुर में अपनी सेवाएं देंगे।
सिविल अस्पताल पत्थलगांव में प्रत्येक शनिवार को मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर के सर्जन डॉक्टर संतोष एक्का एवं डॉक्टर रजत टोप्पो अपनी सेवाएँ दे रहे है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर व्ही.के. इंदवार ने बताया की इस अभियान के तहत जिला चिकित्सालय एवं सिविल अस्पताल पत्थलगांव मे सप्ताह में एक दिन मोतियाबिंद सर्जरी हो रहा है जिसमें पात्र मरीजों का सफल सर्जरी किया जा रहा हैं। इस अभियान में अब तक इस वित्तीय वर्ष में 608 मरीजों का निः शुल्क ऑपरेशन किया जा चुका है। जिसमें मरीजों को निःशुल्क परिवहन, भोजन तथा सर्जरी की सुविधा प्रदाय किया जा रहा। इस वित्तीय वर्ष में सरगुजा संभाग में सबसे ज्यादा सर्जरी कराने वाला जिला जशपुर है।
उन्होंने आमजन मानस से अपील कर इस निर्धारित दिवसों मे अधिक से अधिक लाभ उठाने का अपील किया है तथा मोतियाबिंद सर्जरी संबंधित जानकारी के लिए जिला नोडल अधिकारी तथा जिला प्रभारी सलाहकार का हेल्पलाइन नम्बर 9131318933, 9340797400 जारी कर शिविर की तिथि आदि की जानकारी हेतु सम्पर्क करने का भी अपील किया है। इस हेतु विकासखंड चिकित्सा अधिकारी तथा नेत्र सहायक अधिकारियों से भी सम्पर्क किया जा सकता है। मोतियाबिंद मुक्त अभियान में नोडल अधिकारी डॉक्टर आर.एस. पैंकरा, जिला सलाहकार सत्येंद्र यादव, खुले यादव एवं विकासखंड से समस्त बी एम ओ, समस्त नेत्र सहायक अधिकारी, समस्त विकास खंड नोडल अधिकारी,नेत्र विभाग के कर्मचारी तथा सभी मितानिन बहनों का सराहनीय योगदान रहा है।