जनता को बड़े-बड़े सपने दिखाकर सत्ता में आई कांग्रेस सिर्फ घोषणाओं का झुनझुना पकड़ा रही है– भाजपा
May 20, 2022घोषणावीर मुख्यमंत्री बतायें बजट का प्रावधान, आगे पाट पीछे सपाट
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता व पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बस्तर में भेंट मुलाकात कार्यक्रम को जनता के धन पर राजनीतिक नौटंकी करार देते हुए कहा है कि घोषणावीर मुख्यमंत्री यह तो बतायें कि जो दनादन घोषणाओं का ढेर लगा रहे हैं, उनको पूरा करने के लिए बजट में क्या प्रावधान है ? छत्तीसगढ़ को 50 हजार करोड़ से अधिक के कर्ज में डुबोकर अर्थ व्यवस्था का दिवाला निकालने के बाद हर दस पंद्रह रोज में केंद्र से पैसा मांगने वाली सरकार जनता के बीच की जा रही घोषणाओं को अमल में कैसे लायेगी ?
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि जनता को बड़े-बड़े सपने दिखाकर सत्ता में आई कांग्रेस सिर्फ घोषणाओं का झुनझुना पकड़ा रही है। मुख्यमंत्री घोषणा तो कर देते हैं लेकिन सरकार कर्ज में गोते लगा रही है। उसके पास घोषणाओं को पूरा करने के लिए बजट में क्या प्रावधान है ? कांग्रेस सरकार आगे पाट पीछे सपाट की तर्ज पर चल रही है। कहीं कोई विकास के काम नहीं हो रहे। स्थानीय निकायों और पंचायतों की सांस फूली हुई है। जो छिटपुट काम हो रहे हैं, उनमें भ्रष्टाचार का बोलबाला है। कांग्रेस के लोग ही कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने हाल ही विधायक के भ्रष्टाचार उजागर करने के पाप के भागीदार युवा आयोग के सदस्य को पार्टी से हकाल दिया। कांग्रेस में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने को पाप समझा जाता है। इस सरकार के मंत्री कलेक्टर को भ्रष्ट बताते हैं लेकिन मंत्री की शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं होती।
भाजपा प्रवक्ता व पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री पहले की गई घोषणाओं का हिसाब दें। फिर नई घोषणाएं करते समय यह भी बताएं कि कितने समय में घोषणा पर अमल हो जायेगा। जो सरकार अपने चुनावी घोषणा-पत्र से मुकर रही है, उसके मुखिया भूपेश बघेल घोषणा घोषणा खेल रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि यूपी चुनाव के दौरान राहुल गांधी बता रहे थे कि छत्तीसगढ़ में उनके सपने साकार हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ में हर जिले में फूड पार्क बन गया है तो अब भूपेश बघेल जनता को बता दें कि हर जिले में बने फूड पार्क को कहां रख छोड़ा है।