सर्वेक्षित नारंगी क्षेत्रों में शामिल गैर वन मद की भूमि का राजस्व विभाग को हस्तांतरित होने से विकास कार्य को मिलेगी गति, ग्रामवासियों में दिखा उत्साह

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जिले के आठों विकासखण्डों में नारंगी भूमि का (गैर वन मद) क्षेत्रफल 3631.805 हेक्टर चिन्हांकित किया गया

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

छत्तीसगढ़ राज्य में सर्वेक्षित नारंगी क्षेत्रों में शामिल गैर वन मद की भूमि का वन एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा सर्वे कराकर परीक्षण किया गया है। वन विभाग द्वारा नारंगी वन खण्डो में सम्मिलित राजस्व अभिलेखो में दर्ज घास एवं अन्य मद की भूमि को वनखण्ड से पृथक कर राजस्व विभाग को हस्तांतरित किया जा रहा है। 

राजस्व विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के आठों विकासखण्डों में नारंगी भूमि का (गैर वन मद) क्षेत्रफल 3631.805 हेक्टर चिन्हांकित किया गया है। जिसमें से राजस्व विभाग को हस्तांतरित की जाने वाली भूमि का क्षेत्रफल 2390.886 हेक्टर है। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने राजस्व और वन विभाग की संयुक्त टीम को घांस एवं अन्य गैर वन मद की 1240.922 हेक्टर भूमि का पुनः सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए हैं। ताकि राजस्व विभाग को ओर भूमि मिल सके। गांव के विकास कार्य के लिए उस भूमि का उपयोग किया जा सके। कुनकुरी विकासखण्ड के ग्राम कण्डोरा के उप सरपंच मोहन राम एवं किसानों ने उत्साह से बताया कि राजस्व विभाग को भूमि हस्तांतरित होने से विकास कार्यो में गति मिलेगी और लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध हो पाएगा।

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