दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के विलायतकलां रोड स्टेशन को तीसरी लाइन से जोड़ने के लिए विलायतकलां रोड स्टेशन में किया जायेगा नॉन इंटरकनेक्टिविटी का कार्य

December 29, 2022 Off By Samdarshi News

इस कार्य में किसी भी यात्री ट्रेन को कैंसिल, रेग्युलेटिंग, रिशिड्यूलिंग , शॉर्ट टर्मिनेटिंग, या डाइवर्सिंग नही किया जा रहा है

अनूपपुर-कटनी तीसरी लाइन परियोजना दक्षिण पूर्वा मध्य रेल्वे की महत्वपूर्ण परियोजना है, जिससे भविष्य में यात्री सुविधाओं में वृद्धि होगी

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, बिलासपुर

अनूपपुर-कटनी रेल मार्ग दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की एक महत्वपूर्ण तथा व्यस्त रेल मार्ग है, जो इस पूरे क्षेत्र को उत्तर भारत से जोड़ती है। परिचालन को और भी सुचारू तथा  नई गाडियों के मार्ग प्रशस्त करने के लिए नई लाइन का निर्माण आवश्यक है । इससे आधारभूत संरचना में विकास के साथ नई यात्री सुविधाओं में वृद्धि के साथ  यात्री ट्रेनों भी प्रभावित नही होगी । इसी दिशा में सक्रिय रूप से कार्य करते हुए अनूपपुर से कटनी तीसरी लाइन का कार्य किया जा रहा है । इसके अंतर्गत अंतर्गत अनूनपुर-कटनी सेक्शन के विलायतकलां रोड रेलवे स्टेशन को तीसरी लाइन से जोड़ने के लिए नॉन इंटर लॉकिंग का कार्य किया जाएगा । ज्ञात हो कि अनूपपुर-कटनी रेलमार्ग की लंबाई 134 किलोमीटर है, जिसके विभिन्न स्टेशनों को तीसरी लाइन से जोड़ा भी जा चुका है।  इस कार्य को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है । 

इस कार्य को तीव्र गति से पूरा करने हेतु मंडल के विलायतकलां रोड स्टेशन में तीसरी लाइन कनेक्टिविटी के अंतर्गत नान-इंटरलाकिंग का कार्य 29 से 30 दिसम्बर 2022 तक किया जाएगा । अभिनव तरीके से संपादित किए जाने वाले इस कार्य के सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें किसी भी यात्री ट्रेन को कैंसिल,रेगुलेशन, रिशिड्यूलिंग , शॉर्ट टर्मिनेटिंग, डाइवर्जिंग नही किया जा रहा है । इसके तहत नान-इंटरलाकिंग का जो कार्य 02 दिनों में किया जाएगा ।   

अनूपपुर-कटनी तीसरी लाइन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की एक बहुत महत्वपूर्ण एवं रणनीतिक लाइन है, जो मध्य भारत के इस क्षेत्र  को उत्तर भारत से जोड़ने  हेतु सेतु का कार्य करती है । अनूपपुर से अंबिकापुर और उससे भी आगे इस पूरे क्षेत्र की मध्य भारत और दिल्ली, भोपाल, जबलपुर, कोटा, इलाहाबाद जैसे महत्वपूर्ण नगरों  से जुड़ाव इसी  लाइन के द्वारा होता है। तीसरी लाइन का कार्य पूरा होते ही भविष्य में गाड़ियों के परिचालन में गतिशीलता आने के साथ ही इस क्षेत्र  के आर्थिक और सामाजिक  विकास के नए आयाम प्रशस्त होंगे  ।