ग्रामीणों से बैंकिंग सुविधा की आड़ में ठगी करने वाली कॉमन सर्विस प्वाईंट संचालक आरोपी महिला को पुलिस ने किया गिरफ्तार, लम्बे समय से संलिप्त थी ठगी में
November 8, 2021आधार नंबर प्राप्त कर स्वयं के द्वारा रजिस्टर में हस्ताक्षर, अंगुठा निशान लेकर बॉयोमैट्रिक डिवाईस उपकरण के माध्यम से कर रही थी फर्जीवाड़ा
थाना दुलदुला में आरोपिया के विरूद्ध धारा 420, 406 भा.द.वि. के अन्तर्गत अपराध पंजीबद्ध
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
जशपुर. प्रकरण के बारे में पुलिस ने बताया कि आवेदकगण श्रीमती आशिका बाई निवासी बागबुड़ी एवं अन्य व्यक्तियों के द्वारा कुमारी लक्ष्मी बाई के विरूद्ध ग्राहक सेवा केन्द्र के माध्यम से अधिक रकम आवेदकों के खाते से निकालकर ठगी करने के संबंध में थाना दुलदुला में शिकायत किया गया था।
उक्त शिकायत के संबंध में थाना प्रभारी दुलदुला निरीक्षक संतोष सिंह द्वारा गंभीरता से जॉंच करते हुये त्वरित कार्यवाही कर जॉंच में पाया कि आरोपिया कुमारी लक्ष्मी बाई विगत 1 वर्ष पूर्व से पेनियर बाय कंपनी की ओर से अधिकृत कॉमन सर्विस पाईंट अपने घर बागबुड़ी में संचालित कर रही थी। कुमारी लक्ष्मी बाई द्वारा आवेदकगणों को बैंकिग सुविधा उपलब्ध करा कर पैसा आहरण करने के नाम पर आवेदकों से आधार नंबर प्राप्त कर स्वयं के द्वारा रजिस्टर में हस्ताक्षर, अंगुठा निशान लेकर बॉयोमैट्रिक डिवाईस उपकरण के माध्यम से छल कपट बेईमानीपूर्वक आवेदकगण श्रीमती आशिका बाई, शांति बाई, सनमति बाई, लक्ष्मण राम, महेश राम, झुलो बाई, अनिता बाई सभी निवासी बागबुड़ी एवं पति बाई निवासी पकरीटोली चरईडांड़ के बैंक खाते से कुल 110700 रूपये से अधिक रकम आहरण कर ठगी करना तथा श्रीमती जयमती निवासी बागबुड़ी के द्वारा अपने खाते का रकम चेक कराने जाने पर ए.टी.एम. कार्ड रख कर छलकपट बेईमानीपूर्वक 5000 रूपये आहरण कर गबन करना पाया गया।
आरोपिया का उक्त कृत्य अपराध धारा 420, 406 भा.द.वि. का पाये जाने से पर थाना दुलदुला में उपरोक्त धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की विवेचना दौरान आरोपिया का पतासाजी कर उसे अभिरक्षा में लेकर घटना में प्रयुक्त बॉयोमैट्रिक डिवाईस उपकरण, पासबुक, मोबाईल तथा आरोपिया का पासबुक जप्त किया गया। आरोपिया कुमारी लक्ष्मी बाई उम्र 27 वर्ष निवासी बागबुड़ी थाना दुलदुला के विरूद्ध पर्याप्त अपराध सबूत पाये जाने पर उसे विधिवत् दिनांक 07.11.2021 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
प्रकरण की विवेचना एवं आरोपिया को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी दुलदुला निरीक्षक संतोष सिंह, सहायक उपनिरीक्षक विपिन किशोर केरकेट्टा, आरक्षक अलेकसियुस तिग्गा, महिला आरक्षक सपना इंदवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।