वाणिज्यिक पौधारोपण एवं काष्ठ उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा, मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना की कार्यशाला संपन्न, लघु वनोपज का संग्रहण बढ़ाने वन कर्मी पहुचेंगे गांव गांव

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, बलौदाबाजार

किसानों एवं संस्थानों के निजी भूमि पर वृक्षारोपण को प्रोत्साहन देकर काष्ठ आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने तथा आय व रोजगार के अवसर को बढ़ाने वाली शासन की प्रस्तावित महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना की कार्यशाला आज जिला मुख्यालय स्थित वनमंडल कार्यालय के सभागार में संपन्न हुई। कार्यशाला में डीएफओ मयंक अग्रवाल ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को योजना के संबंध में जानकारी देतें हुए बताया कि इस योजना के तहत् कृषकों के निजी भूमि में प्रतिवर्ष 36 हजार एकड़ के मान से 5 वर्षों में लगभग 1 लाख 80 हजार एकड़ में 5 प्रकार की पेड़ो की प्रजातियों का रोपण किया जाएगा। जिसमें मिलिया डुबिया (मालाबार नीम),टिशु कल्चर बांस, टिशु कल्चर सागौन क्लोनल नीलगिरी एवं अन्य आर्थिक रूप से लाभकारी पौधे शामिल है। इन पौधों का वाणिज्यिक वृक्षारोपण किया जाना प्रस्तावित है।

उन्होंने आगें बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषकों के निजी भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों के वृक्षा का रोपण करना,सहयोगी संस्था एवं निजी कंपनियों के माध्यम से वृक्षों की खरीदी कराना काष्ठ एवं प्लाईवुड आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना है। आगे उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु कृषक हितग्राहियों को उनके गांव जाकर उक्त योजना की संपूर्ण जानकारी प्रदान करतें हुए योजना का लाभ लेने हेतु उन्हें प्रेरित करें। उक्त  योजना के तहत् इच्छुक कृषक से 05 एकड़ या उससे अधिक की निजी भूमि में वाणिज्यिक वृक्षारोपण करने हेतु उनसे एक सहमति पत्र में हस्ताक्षर लेना है। तथा उनसे होने वाले लाभ के बारे में उन्हें भलीभांति अवगत कराना है।

योजनांतर्गत किसानों को 5 एकड़ में रोपण किए जाने पर 100 प्रतिशत अनुदान राशि एवं साथ ही 5 एकड़ से अधिक भूमि पर पौधारोपण हेतु 50 प्रतिशत अनुदान। शेष 50 प्रतिशत राशि स्वयं को वहन करना होगा। प्रति एकड़ में 1 हजार पौधे का रोपण होगा। पंचायतों एवं गैर शासकीय संस्थाओं द्वारा रोपण किए जाने पर छ.ग.राज्य शासन द्वारा 50 प्रतिशत अनुदान राशि सीधे उनके एकाउंट में दिए जाने का प्रावधान है। इसके साथ ही श्री अग्रवाल वनाधिकारियों व कर्मचारियों को जिले में लघु वनोपज संग्रहण को बढ़ावा देने के लिए गांव-गांव जाकर संग्राहकों को छ.ग.सरकार द्वारा 65 प्रकार के वनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने की जानकारी एवं ग्रामीणों को अधिक से अधिक लघु वनोपज संग्रहण करने हेतु प्रेरित करने कहा गया जिससे उनकी आय बढ़ सके।

उक्त मौके पर वनमंडलाधिकारी द्वारा विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वनरक्षकों को सम्मानित भी किया गया। उक्त कार्यशाला में एसडीओ राकेश चौबे अधीक्षक बारनवापारा अभ्यारण्य आनंद कुदरिया, वनक्षेत्रपाल संतोष चौहान,गोविंद सिंह,जीवन लाल साहू,योगेश्वर नादिया,कृषाणु चंद्राकर, कु. ज्योति गुप्ता,पवन सिन्हा सहित बड़ी संख्या में मैदानी कर्मचारी अधिकारी गण उपस्थित थे।

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