छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा ने जिला पंचायत जशपुर के सभाकक्ष में ली कृषि एवं संवर्गी विभागों की समीक्षा बैठक

छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा ने जिला पंचायत जशपुर के सभाकक्ष में ली कृषि एवं संवर्गी विभागों की समीक्षा बैठक

February 2, 2023 Off By Samdarshi News

जिले में कृषि के क्षेत्र में विकास हेतु है अपार संभावनाएं – अध्यक्ष श्री शर्मा

महत्वाकांक्षी योजनाओं सहित विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में हुई जिला प्रशासन के कार्या की सराहना

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत सभाकक्ष में कृषि एवं संवर्गी विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उन्होंने कृषि एवं अन्य विभागों में संचालित विभागीय योजनाओं की प्रगति की जानकारी लेते हुए योजनाओं से आमजनों को प्राथमिकता से लाभ पहुचाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर  राज्य कृषक कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष श्री महेन्द्र चन्द्राकर, सीईओ जिला पंचायत श्री जितेंद्र यादव, संयुक्त संचालक कृषि श्री विनोद वर्मा एवं श्री यशवंत केरार्म, श्री मनोज सागर यादव, सहित कृषि, उद्यान, मत्स्य, जल संसाधन, बीज निगम, पशु धन विकास विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अधिकारी एवं प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री शर्मा द्वारा कृषि एवं संवर्गी विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा करते हुए महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन एवं  कृषि सहित अन्य विभागों में किए जा रहे कार्या की प्रशंसा करते हुए जिला प्रशासन के कार्या की सराहना की। उन्होंने सभी अधिकारियों इसी प्रकार आगे भी बेहतर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की पहचान यहां के किसानों से है। किसानों की उन्नति के बिना प्रदेश की उन्नति संभव नही है। इस हेतु सभी अधिकारी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप किसानों की आर्थिक विकास के लिए संचालित योजनाओं के जमीनी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन में व्यक्तिगत रुचि लेकर ओर करें। जिससे आम जनों को लाभ मिले।

श्री शर्मा ने गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में उत्पादित गुणवत्तायुक्त वर्मी कम्पोस्ट खाद का अधिक से अधिक उपयोग हेतु किसानों को प्रेरित करने की बात कही। उन्होंने गौठानो में विविध गतिविधियां से  महिला स्वसहायता समूहों को जोड़कर  स्वावलंबी बनाने के निर्देश दिए गए। पशुधन विभाग को गौठानों में मल्टीएक्टीविटी के रूप में बकरी पालन, मुर्गीपालन, पशु पालन प्रारंभ कर महिला स्वसहायता समूहों को अतिरिक्त आमदनी के उपलब्ध कराने की बात कही। साथ ही विभाग द्वारा पशु बधियाकरण व टीकाकरण की कार्रवाई भी गंभीरता से करने के  निर्देश दिए। गौठानों में उद्यानिकी फसल, मछली स्पान उत्पादन, मशरूम उत्पादन जैसे अन्य गतिविधियों से गौठान समूहों को जोड़कर अतिरिक्त आय के स्रोत निर्मित करने कहा गया।

बैठक में श्री शर्मा ने कहा की जिले में कृषि क्षेत्र में विकास हेतु अपार संभावनाएं है। इस हेतु प्रभावी कार्य योजना तैयार कर सतत् निगरानी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यहां धान के साथ ही चाय, आलू, लीची, टाऊ, सरसों, मूंगफली, रामतिल जैसे दलहनी तिलहनी एवं उद्यानिकी फसलों का अच्छा उत्पादन होता है। उन्होंने कृषि क्षेत्र में और बेहतर कार्य कर जिले का नाम रोशन करने हेतु सभी अधिकारियों को व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करने के लिए कहा।  साथ ही जिले में द्विफसली क्षेत्र में वृद्धि लाने हेतु गंभीरता से प्रयास करने की बात कही। जिले में खरीफ फसलों की बीज मांग के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराने तथा मिलावटी उर्वरक के विक्रय पर रोक लगाने के लिए कहा। श्री शर्मा ने गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, मिलेट मिशन, पोषण वाटिका, मत्स्य, क्रेडा, सहित अन्य विभागों की योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से कृषक वंचित न हो सभी अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान दे। इस दौरान श्री शर्मा ने बैठक में  उपस्थित प्रगतिशील किसानो से योजनाओं से हुए लाभ के संबंध में जानकारी लेते हुए अच्छे से कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया।

बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री यादव ने जिले में किए जा रहे कार्या के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला गोबर खरीदी कार्य में राज्य में प्रथम स्थान पर है। जिले के सभी गौठानो मे प्रत्येक पखवाड़े 30 क्विंटल गोबर खरीदी की जा रही है। साथ ही  गौठानो में खाद छनाई, पैकेजिंग एवं विक्रय का कार्य गंभीरता से किया जा रहा है एवं दो से अधिक मल्टीएक्टिविटी भी संचालित है। श्री यादव ने बताया कि गौठानो में बनाए जा रहे रीपा में कृषि संबंधी उत्पादों दाल, तेल, मिलेट, मल्टी ग्रेन, पैकेजिंग ड्रिंक वाटर यूनिट, बोरा निर्माण, सहित अन्य उत्पादों को प्राथमिकता से शामिल किया गया है।