शव पोस्टमार्टम के लिए अंबिकापुर रिफर होते होते रह गया, पोस्टमार्टम के लिए महिला चिकित्सक करती रहीं आनाकानी, कलेक्टर एवं एसपी के दखल के बाद देर शाम हुआ पोस्टमार्टम, जानें क्या था मामला

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

नौ दिन से गुम बुजुर्ग व्यक्ति की लाश पहाड़ मे पाई गई जिसे कोतवाली प्रभारी रविशंकर तिवारी ने अपने टीम के साथ जाकर लाश के सड़ी गली हालत मे होने पर नीचे लाया. गुम हुए इंसान की पुलिस खोजबीन कर ही रहीं थी कि 18 अप्रेल को 11 बजे सुचना मिली कि पुरनानगर के शैला पहाड़ मे क्षत विक्षत लाश देखा गया है जिसकी सूचना गाँव वालों ने कोतवाली पुलिस को दी .जिस पर पुलिस टीम पहुंच गईं।

मंगलवार को सुचना मिलते ही तीन घंटे की कड़ी माशक़्कत के बाद सिटी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रविशंकर तिवारी ने स्वयं अपनी टीम के साथ शव को शैला पहाड़ से नीचे लाया और पोस्टमार्टम के लिए करीब तीन बजे भेजा गया लेकिन 9 दिन पुराने शव पोस्टमार्टम के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ा ड्यूटी मे रहीं महिला डॉक्टर पहुँची ही नहीं. कोतवाली प्रभारी बार बार मोबाइल पर संपर्क करते रहे की किसी तरह जल्दी से पोस्टमार्टम हो जाय तो परिवार वालों को सौंपा जा सके जिससे समय से उनका अंतिम संस्कार हो जाये. पर ज्ञात हुआ कि पोस्टमार्टम के लिए महिला चिकित्सक आनाकानी करते रहीं, कोतवाली निरीक्षक लगातार संपर्क करते रहे लेकिन डॉक्टर का कहना था कि शव यहाँ पोस्टमार्टम नहीं हो सकता, शव स्थिति अच्छी नहीं सड़ी गली हालत मे होने की वजह से इसे अंबिकापुर भेजा जायेगा. महिला चिकित्सक के द्वारा अंबिकापुर बात करते है कहते हुए जशपुर मे पोस्टमार्टम नहीं हो सकता कहकर एकतरफा मना कर दिया गया.

ऐसी स्थिति मे परिवारजनों की स्थिति देखते हुए संवेदनशील कोतवाली प्रभारी रविशंकर तिवारी ने तत्काल अपने उच्च अधिकारियों को अवगत कराया. मिली जानकारी के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी रविशंकर ने वस्तुस्थिति से कलेक्टर रवि मित्तल को अवगत कराया उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल पोस्टमार्टम कराय जाने के निर्देश सीएमएचओ को दिए अंततः कलेक्टर के निर्देश के बाद 5:45 बजे मेडिकल अफसर की टीम ने पोस्टमार्टम किया. जिसमें फाँसी लगाकर आत्महत्या करना पाया गया.

मामला इस प्रकार है

मामला जशपुर कोतवाली अंतर्गत का है जहाँ प्रार्थी प्रकाश कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके पिता विजय कुमार संयासी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं था जो दिनांक 9/4/023 के रात्रि करीब 8/00 बजे घर में बिना किसी को कुछ बताये कही चला गया था जिसके संबंध में दिनांक 13/4/023 को थाना जशपुर में गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कराये थे.आज दिनांक 18/4/023 को पुरना नगर बस्ती के कुछ महिला जो जंगल तरफ गये थे वे लोग गांव में हल्ला कर बताये कि एक बुजुर्ग आदमी का शव पुरनानगर शैला पहाड़ में देखे है सूचना पाकर अपने लड़का गांव बस्ती के लोग के साथ में खोजते हुए जंगल पहुंचे,तो पाया कि शैला पहाड़ जंगल में पिता जी का शव मुंह के बल गिरा पड़ा था पल्टवा कर देखा तो पिता विजय कुमार का ही शव था शव काफी पुराना सड़ गया था कीड़ा भी लगा हुआ बदबु आ रहा था उनके हाथ पैर को जंगली जानवर खाने के कारण नही था। पास जंगल के चार पेड़ में पिता जी का साल कपड़ा बंधा था तथा उसके पिता जी के गला में उसी साल कपड़ा से फांसी बंधा हुआ है पिता जी की मृत्यु मानसिक स्थिति ठीक नही होने के कारण शैला पहाड़ के चार पेड़ के डंगाल में अपने पकड़े हुए काला रंग के साल पकड़ा में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया और जंगली जानवर के द्वारा बोडी को नोचकर गिराकर खिंच कर वही पास ले गया है। जिस पर सूचक की सूचना पर मौके पर देहाती में मर्ग इंटीमेशन चाक कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया गया।

इस मे कोतवाली के सउनि दिल बंधन राम भगत, सउनि ईश्वर वारले, आरक्षक हेमंत कुजूर ने मानवीयता का परिचय दिया।

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