विश्व पर्यावरण दिवस पर जशपुर जिले के कृषि विज्ञान केंद्र डूमरबहार में मिशन लाइफ स्टाइल फॉर एन्वायरमेंट एग्रीकल्चर का हुआ आयोजन

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कृषि विज्ञान केंद्र डूमरबहार के सभागार में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मिशन लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरमेंट एग्रीकल्चर के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान पत्थलगांव एवं कांसाबेल विकासखंड के महिला एवं पुरुष कृषकों, कृषि विज्ञान केंद्र के स्टॉफ सहित जिले भर के 72 पुरूष कृषक एवं महिला कृषक उपस्थित थे।

कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी श्री प्रदीप कुजुर द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र के संक्षिप्त रुपरेखा के साथ-साथ सामान्य जीवन शैली में किस प्रकार का परिवर्तन लाकर पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं के संबंध में जानकारी दी।जल एवं मृदा संरक्षण के साथ-साथ वायु प्रदूषण को रोकने हेतु पेड़-पौधे एवं फसल अवशेष को नहीं जलाने की समझाईश दी। उन्होंने पेड़-पौधे एवं फसल अवशेष को खेतों पर या अन्य स्थानों पर  कम्पोस्ट खाद बनाकर उपयोग करने की सलाह दी। साथ ही कृषि संबंधी अन्य केंद्र के चुनाव जैसे मिलेट मिशन, इसके उत्पाद, कटहल चिप्स के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया।

एस के भुआर्य द्वारा बताया गया कि घर से ही कचरा का निपटारा व्यवस्थित ढंग से करें। घर से बाहर कचरे को अव्यवस्थित तरीके से फेंक से आसपास गंदगी और बीमारी फैलने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए परिवार को जागरूक करेंगे तो समाज स्वतः ही जागरूक होगी और। उन्होंने कहा कि अपनी पड़ती भूमि से पेड़ पौधे ना काटे। इसके स्थान पर फलदार या वानिकी वाणिज्य पौधे लगाएंगे। जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ अतिरिक्त आय का जरिया भी बनेगा।

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