जैविक कृषि के साथ बदलेगी किसानों की तस्वीर, फूलों के साथ किसान करेंगे हर्बल खेती, जशपुर कलेक्टर ने पंडरापाठ में किसानों की ली बैठक

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जशपुर जिले में कृषि व फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में कलेक्टर के द्वारा किया जा रहा सार्थक प्रयास

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने बगीचा विकासखंड के पण्डरापाठ में मंगलवार को किसानों की बैठक लेकर उन्हें जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ हर्बल खेती की ओर आगे बढ़ने की बात कही। इसके लिए महाराष्ट्र से आए विकासशील संस्था के विशेषज्ञ ने गुलाब की खेती के साथ लेमन ग्रास, पामारोज़ा, ख़स, लेवेंडर समेत अन्य हर्बल खेती के लिए किसानों को प्रेरित किया। उन्होंने किसानों को धान के साथ ही अन्य फसलों को भी लेने केलिए कहा। ताकि अन्य फसलों से किसानों को अतिरिक्त आमदनी हो सके। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल भी उपस्थित थे। जशपुर जिले के पंडरापाठ इलाके में साल के लगभग चालीस दिन औसतन 5 डिग्री से कम तापमान होता है। यहां की मिट्टी के परीक्षण के बाद यहां गुलाब की रोजादमससेना प्रजाति की उम्दा खेती हो सकती है। रोज, लेवेंडर, लेमनग्रास, पामा रोजा समेत अन्य खेती से किसानों को लाखों का फायदा हो सकता है।

कलेक्टर ने किसानों से चर्चा करके किसानों को एफपीओ से जुड़कर फसल का लाभ लेने की अपील की। उन्होंने किसानों को बताया कि कृषि, उद्यान एवं वन विभाग के पास छत्तीसगढ़ शासन की कई योजनाएं हैं, जिसमें किसानों को ऐसी खेती के लिए सब्सिडी का भी प्रावधान है। विकासशील संस्था के विशेषज्ञ ने किसानों को जैविक खेती के बारे में बताया। उन्होंने किसानों के लिए लिक्विड गोबर खाद का संयत्र स्थापित करने की बात कही। जिससे किसानों को खाद के साथ ईंधन गैस भी मिल सकेगी। पंडरापाठ के गौठान में चाय, नाशपाती के बाद अब खस की खेती के लिए स्थान चिन्हित किया गया है। वहीं चुंदापाठ में चाय की खेती के बाद शेष 25 एकड़ में गुलाब की खेती के लिए स्थान चिन्हित किया गया। इस अवसर पर एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी, सीईओ विनोद सिंह समेत हार्टिकल्चर से श्री तोमर, संजय सिंह समेत कृषि व उद्यान विभाग के कर्मचारी अधिकारी व किसान शामिल रहे।

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