बिलासपुर रेंज साइबर थाना में दर्ज ऑनलाइन फायनेशियल फ्रॉड का प्रकरण : अंतर्राज्यीय गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में मिली महत्वपूर्ण सफलता.

बिलासपुर रेंज साइबर थाना में दर्ज ऑनलाइन फायनेशियल फ्रॉड का प्रकरण : अंतर्राज्यीय गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में मिली महत्वपूर्ण सफलता.

August 17, 2024 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ बिलासपुर, 17 अगस्त / प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी विरेन्द्र कुमार देवांगन मंगला, थाना सिविल लाईन जिला-बिलासपुर को मैक्स लाईफ इन्शुरेस कम्पनी में जमा पैसे में ब्याज मिलने एवं पैसे वापसी कराने के नाम पर दिनांक 02 मई 2023 से दिनांक 13 जून 2024 के मध्य अजय अग्रवाल मैक्स लाईफ इंशुरेन्स कम्पनी सी.ई.ओ,  मैनेजर विष्णु प्रभाकर हैदराबाद,  अनुराग श्रीवास्तव,  संतोष मिश्रा,  वेद प्रकाश अरोरा सी.ए. मोहन मटनागर,  राहुल बसाल,  गोपाल शर्मा फाईनेंस आफ मिनिस्ट्रिी बाम्बे आदि कथित नामों से कॉल कर अलग-अलग तिथियों में कुल 79,85,912/- रुपये की राशि की वित्तीय धोखाधड़ी किये जाने के संबंध में आवेदक के लिखित आवेदन-पत्र पेश करने पर रेंज सायबर थाना बिलासपुर में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

विवेचना के दौरान प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों के संबंध में सायबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल अद्यतन रिपोर्ट, ठगी की रकम प्राप्त करने में उपयोग किये बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक खाता धारकों की जानकारी, ऑनलाईन ट्रांजेक्शन तथा घटना से संबधित तकनीकी जानकारी प्राप्त की गई। प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपी बिहार के जमुई जिला अंतर्गत ग्राम अभयपुर, जमुई के निवासी होने की जानकारी प्राप्त होने पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार विशेष टीम उपनिरीक्षक अजय वारे के नेतृत्व में बिहार जिला जमुई रवाना की गई। टीम द्वारा जिला जमुई के क्षेत्रांतर्गत लगातार तीन दिनों तक आरोपियों के संबंध में पतासाजी कर (01) गणेश मण्डल (02) चिन्टू यादव निवासी जमुई (बिहार) को ऑनलाईन ठगी का काम करने में संलिप्त होने की पुष्टी होने पर, स्थानीय पुलिस के सहयोग से दोनों आरोपियों को तलब कर पुछताछ की गई। लोगों को अपने अन्य साथियों के द्वारा लाईफ इंश्योंरेंस में जमा राशि पर अधिक लाभ दिलाने तथा अन्य प्रकार से लालच देकर अपने झांसे में लेकर ऑनलाईन ठगी करने में फर्जी सीम व बैंक खाता उपलब्ध कराकर ठगी की रकम आहरण करने का जुर्म करना स्वीकार किया गया। आरोपियों द्वारा पूछताछ पर बताया गया कि इनके द्वारा फर्जी बैंक खाता खुलवाकर उसमें एटीएम कार्ड इशु कराकर विभिन्न लोगों के नाम से फर्जी सीम कार्ड खरीदकर ठगी की रकम को इन बैंक खाताओं में जमा करवाया जाता था तथा फर्जी सीम व एटीएम के माध्यम से ठगी की रकम का आहरण किया जाता था। प्रकरण में आरोपियों का पुलिस रिमाण्ड लेकर घटना में संलिप्त अन्य आरोपियों तथा ठगी की गई रकम के संबंध में पूछताछ की जा रही है।