जशपुर पुलिस का अनवरत जारी है ‘‘विश्वास अभियान‘‘ : महिला जागरूकता कार्यक्रम ‘‘विश्वास की चौपाल” से मिल रहा लाभ
April 19, 2022पण्डरापाठ के विभिन्न 20-25 ग्रामों में चलाया जा चुका है जागरूकता अभियान
महिलाओं को उनके कानूनी अधिकार, मानव तस्करी, घरेलू हिंसा, टोन्ही प्रताणना, अभिव्यक्ति एप्प, सायबर अपराध एवं यातायात तथा महत्वपूर्ण नम्बरों के संबंध में किया जा रहा जागरूक
जिला पुलिस जषपुर, चाईल्ड लाईन, महिला प्रकोष्ठ, सखी सेंटर, जन विकास संस्था की टीम द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जा रहा है जागरूकता कार्यक्रम
ग्रामों में कैम्प कर सामुदायिक भवन, अखरा (सार्वजनिक कार्यक्रम की स्थल) एवं पंचायतों में पहूंचकर महिलाओं को किया जा रहा है जागरूक
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
जिला पुलिस जशपुर द्वारा महिलाओं बालिकाओं की सुरक्षा एवं जागरूकता हेतु विश्वास अभियान के तहत विश्वास की चौपाल पण्डरापाठ क्षेत्र में लगातार लगाया जा रहा है। विश्वास की चौपाल पण्डरापाठ क्षेत्र के गांवों में कैम्प कर महिला एवं बालिकाओं के पहुंचयुक्त सुविधाजनक स्थानों जैसे अखरा, सामुदायिक भवन, बाजार, आंगनबाडी क्षेत्र में लगाया जा रहा है।
विश्वास की चौपाल में महिला एवं बालिकाओं को मानव तस्करी घरेलू हिंसा, टोन्ही प्रताडना, फर्जी रिपोर्ट, सांप काटने से बचाव, नशा मुक्ति, घटना घटित होने पर सूचना देने एवं इस हेतु महत्वपूर्ण नंबर इत्यादि के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। चाईल्ड लाईन द्वारा चाईल्ड हेल्प लाईन नंबर 1098 की उपयोगिता एवं इसके कार्यो के संबंध में बताया जा रहा है। सखी सेंटर एवं बाल संरक्षण गृह द्वारा विभिन्न आश्रय स्थलों, बाल सुरक्षा संबंधी सुविधाओं के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। पण्डरापाठ क्षेत्रों में रात्रि होने से वाहन आवागमन के साधन उपल्बध नहीं होने से रात्रि में सुरक्षा एवं निवास स्थान इत्यादि के संबंध में भी लगातार जानकारी दी जा रही है।
विश्वास की चौपाल में महिला सुरक्षा हेतु निर्मित अभिव्यक्ति एप्स के संबंध में जानकारी दिया जाकर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कराया जा रहा हैै। जिससे अभिव्यक्ति एप्स के बारे में भी पण्डरापाठ क्षेत्र की महिलाओं में जागरूकता आई है।
विश्वास की चौपाल पण्डरापाठ क्षेत्र के 20-25 गावों में वर्तमान तक लगाया गया है जिसमें नवापारा, तेंदपाठ, मुडाकोना, पोस्कट, आम्बाडीपा, कदमपाठ, घनापाठ, बरजूडीह, महनई, खैरापाठ, दातूनपानी, कामारिमा, इत्यादि ग्रामों में कैम्प लगाकर संयुक्त टीम द्वारा ग्रामीण महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है।