बिलासपुर रेंज साइबर थाना में दर्ज ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में अंतरराज्यीय आरोपी को गिरफ्तार करने में मिली सफलता : टेलीग्राम एप के माध्यम से फर्जी कंपनी का एच.आर. बनकर महिला द्वारा बैंक मैनेजर को पार्ट टाईम जॉब कराने का आफर देकर टास्क पूरा करने पर घर बैंठे मुनाफा कमाने का झांसा देकर ठगी को दिए थे अंजाम

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समदर्शी न्यूज़, बिलासपुर : मामले का विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी सुनील कुमार पिता महादेव उम्र 36 साल निवासी परिजात एक्सटेंशन नगर बिलासपुर (छ.ग.) को टेलीग्राम एप के माध्यम से क्वाईन स्वीच इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी (फर्जी कंपनी) का एच.आर. बनकर महिला द्वारा प्रार्थी बैंक मैनेजर को पार्ट टाईम जॉब करने का ऑफर दिया गया जिसमें कुछ छोटे-छोटे टास्क पूरे करने पर प्रत्येक टास्क के 200 रू मिलना बताया बाद में गलत टास्क होना बताकर पीडित से पैसे जमा कराया पहले कम राशि जमा कराया गया फिर पैसे को वापस करने का झांसा देकर लगातर अधिक रकम जमा कराते गये इस तरह प्रार्थी से दिनांक 10.09.23 से 12.09.23 तक कुल 15,04,850 रू की ठगी कर धोखाधडी किये जाने कि लिखित आवेदन पत्र पेश करने पर उपरोक्त अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

प्रार्थी के साथ धोखाधडी करने वाले व्यक्तियो की जानकारी एकत्र करने सायबर पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज कर कर अवलोकन किया गया संदिग्ध बैंक खातो को चिन्हांकित कर बैंक स्टेटमेट, ऑनलाईन ट्रांजेक्शन व ए.टी.एम. विड्राल आदि की समीक्षा उपरांत बैंक पंजीकृत मोबाईल नम्बर, कॉलिंग आई.एम.ई.आई. नम्बर कॉलिंग नम्बर आदि की समीक्षा की गई आरोपी राजस्थान के गुडपालिया व लडानू के आसपास के निवासी होने की जानकारी प्राप्त हुई।

डॉ. संजीव शुक्ला (भा. पु.से.)पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेन्ज बिलासपुर एवं रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा धोखाधडी व सायबर अपराधो की समीक्षा कर समस्त राजपत्रित अधिकारियों को विशेष निर्देश दिये गये थे जिस के पालन में एक विशेष टीम निरीक्षक अवनीश पासवान के निर्देशन मे राजस्थान, दिल्ली ओर रवाना की गई टीम द्वारा 01 सप्ताह तक राजस्थान में रहकर आरोपीयों का पता ठिकाना ज्ञात कर विवेचना प्रारम्भ की गई जो आरोपीगण अजय सिंह व गजेन्द्र स्वामी का आनेंलाईन ठगी का काम करने में संलिप्त होने की जानकारी प्राप्त हुई।

स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपी गज्जु उर्फ गजेन्द्र स्वामी व अजय सिंह को हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया जो ऑनलाईन ठगी का काम करना स्वीकार किये ठगी के काम में उपयोग में आने वाले फर्जी सिम कार्ड व फर्जी बैंक खाते गाँव के आसपास के मजदूरी करने वाले व्यक्तियो के नाम पर प्राप्त करना स्वीकार किये तथा आनलाईन फ्रॉड का कार्य मनोज स्वामी जो विदेश दोहा की राजधानी कतर में रहकर लेबर ठेकेदारी कार्य के आड़ में आनलाइन फ्राड का काम करता है के सहयोग से उपरोक्त कार्य करना जाहिर किये जो विदेश मे कार्य करने वाले मजदूरो से कतर की मुद्रा रियाल प्राप्त कर मजदूरों के परिजनों को भारतीय मुद्रा जो आनलाईन फ्रॉड से प्राप्त हुई है संदिग्ध बैंक अकांउट से स्थानांतरित कर देता है की जानकारी भी प्राप्त हुई है।

मामले में प्रार्थी से प्राप्त रकम में से 5 लाख रु अजय सिंह और गज्जू के द्वारा अपने खाता से आहरित कर उपयोग किया गया एवं शेष राशि मनोज स्वामी द्वारा अन्य बैंक खातो में हस्तांतरित करवा दी गई, पुलिस टीम द्वारा अथक परिश्रम व सुझबुझ का परिचय देते हुये आरोपीगणो अजय सिंह और गज्जू स्वामी को गिरफ्तार किया गया है गिरफ्तार आरोपीयो से 05 लाख रू उनके बैंक अकाउंट में होल्ड कराया गया है, साथ ही 1 लाख 27 हजार रू प्रार्थी को माननीय न्यायालय के माध्यम से बैंक होल्ड अमांउट में से वापस करा दिया गया है गिरफ्तार आरोपीयो से घटना में प्रयुक्त 02 नग एण्ड्रायड फोन मय सिम कार्ड जप्त किया गया है गिरफ्तार आरोपीयो को आज माननीय न्यायालय पेश किया जाता है।

सम्पुर्ण कार्यवाही में निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी ए.सी.सी.यू. एवं रेंज सायबर थाना बिलासपुर निरीक्षक अवनीश पासवान, उप निरीक्षक अजय वारे, स.उ.नि. सुरेश पाठक, आरक्षक विजेन्द्र मरकाम, श्रीश तिवारी, मुकेश वर्मा का विशेष योगदान रहा।

-: बिलासपुर पुलिस की अपील:-

सायबर ठग आये दिन नये नये तरीको के माधयम से आम जनता से धोखाधडी करने का प्रयास करते है –

कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को पुलिस का अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा ई.डी. का अधिकारी बताकर ठगी करने का प्रयास करते है ऐसे काॅल से सावधान रहे। बिलासपुर पुलिस इस प्रकार के ठगी को रोकने के लिये थानो में आम जनता द्वारा दर्ज कराये गये रिपोर्ट में मोबाईल नम्बर एवं व्यक्तिगत जानकारी हाईड किया जा रहा है।

अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाईल पर सेव नही है उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी, बैंकिग जानकारी, ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो आदि शेयर न करे।

अनजान वेबसाईट एवं अनाधिकृत एप डाउनलोड या सर्च करने से बचे।

कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने अथवा रकम दुगना करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहे खुद को स्वयं होकर ठगो के पास न पहॅुचाये।

स्वयं की पहचान छुपाकर सोशल मिडीया फेसबुक, इन्स्टाग्राम, व्हाट्सएप इत्यादि के माध्यम से ईंटिमेट (अश्लील लाईव चैंट) करने से बचे।

परीक्षा में अधिक अंको से पास करा देने की झांसा देने वाले व्यक्तियो खासकर +92 नम्बरो से आने वाले व्हाट्सप्प कॉल से बचने का प्रयास करे।

साइबर फ्रॉड की घटना घटित होने पर निम्न प्रकार से त्वरित रिपोर्ट दर्ज करा सकते है: –

तत्काल नजदीकी थाना में अपनी शिकायत दर्ज करें।

हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है।

https://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते है।

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