कमिश्नर ने संभागीय अधिकारियों की ली वर्चुअल बैठक, कार्यालय और पंचायतों को स्मार्ट बनाने पर दिया जोर, अधिकारियों को उनका सर्वश्रेष्ठ देने मोटिवेशन के साथ-साथ अनुभव भी किया साझा

Advertisements
Advertisements

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर. अम्बिकापुर कमिश्नर जी.आर. चुरेन्द्र ने स्वान केन्द्र से वर्चुअल के माध्यम से संभागीय अधिकारियों की विभागीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने संभाग अन्तर्गत जिला कलेक्टर्स, सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत केे विभागीय एजेंडा अनुरुप चल रहे कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। इस अवसर जशपुर जिले से जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर आई.एल. ठाकुर, सभी एसडीएम, जनपद सीईओ, सहित जिले के राजस्व अधिकारी ऑनलाईन से सीधे जुड़े थे।

कमिश्नर ने सभी अधिकारियों को अपने जिले में छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं को बेहतर क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राजस्व प्रकरण में बटांकन, सीमाकंन, नामांतरण, आय, जाति, निवास से संबंधित आवेदनों का गंभीरता से निराकरण करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि राजस्व से संबंधित प्रकरण लंबित न होने पाए इसके लिए विशेष प्रयास करें। जिले में अवैध उत्खन्न, अवैध वृक्ष कटाई और अवैध कब्जा पर रोक लागने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए राजस्व और पुलिस विभाग के टीम को संयुक्त रूप से कार्य करने के लिए कहा गया है।

कमिश्नर ने सभी अधिकारियों को अपने-अपने कार्यालय को स्मार्ट कार्यालय बनाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि कार्यालय कि सफा-सफाई और कार्यालय में फाईलों को उचित संधारित करके रखें। साथ ही जिन आवेदनों का निराकरण हो गया है उसका नस्तीबध करके बस्ता कव्हर में रखने के निर्देश दिए हैं और राजस्व रिकार्ड को दुरूस्त करके रिकार्ड रूम में रखने के लिए कहा गया है। उन्होंने जनपद पंचायत के अधिकारियों को अपने ग्राम पंचायत को स्मार्ट पंचायत बनाने के लिए ग्राम सभा को मजबूत करने के लिए कहा है ताकि पंचायती राज व्यवस्था सुढृढ़ हो सके। इसके लिए ग्राम विकास न्याय समिति का भी गठन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राजस्व वसूली को भी गंभीरता से करने के लिए कहा है और ग्राम पंचायतों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए गांव के लोगों को मनरेगा के तहत् मछली पालन के लिए अधिक से अधिक तालाब स्वीकृत करने के निर्देश दिए है ताकि मछली पालन से लोग अधिक आय अर्जित कर सके। साथ स्व सहायता समूह की महिलाओं को गोठानों से जोड़कर मुर्गीपालन, बकरीपालन के साथ अन्य रोजगार मूलक कार्य से जोड़ने के लिए कहा गया है।

वर्चुअल बैठक में अधिकारियों से उनका सर्वश्रेष्ठ करने के लिए मोटिवेशन के साथ-साथ ही अनुभव भी साझा किया गया। राजस्व प्रशासन के काम-काज को बेहतर करने व पंचायती राज की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के क्षेत्र में अधिकारियों को सक्रिय होकर कार्य करने के लिए कहा गया है।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!