सोसायटियों में रासायनिक उर्वरकों का तेजी से भंडारण कराने के निर्देश, मार्कफेड के संग्रहण केन्द्रों में 29 हजार 810 मेट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध

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31 मई तक उर्वरक उठाव पर कृषकों एवं समितियों पर अधिभारित नहीं होगी ब्याज की राशि

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने अपेक्स बैंक को उर्वरक अग्रिम उठाव योजना के तहत सोसायटियों में रासायनिक उर्वरकों का तेजी से भंडारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उर्वरक अग्रिम उठाव योजना की तिथि 1 फरवरी से 31 मई 2022 तक निर्धारित है। इसके तहत मार्कफेड के संग्रहण केन्द्रों में उपलब्ध रासायनिक उर्वरकों एक फरवरी से 31 मई तक उठाव करने वाले कृषकों से समितियों द्वारा तथा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक द्वारा समितियों से ब्याज की राशि अधिभारित नहीं की जाएगी।

राज्य में मार्कफेड के 110 संग्रहण केन्द्र है। आज की स्थिति में मार्कफेड के संग्रहण केन्द्रों में विभिन्न प्रकार के 29 हजार 810 मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरक उपलब्ध हैं, जिसमें यूरिया 14 हजार 122 मेट्रिक टन, डीएपी 4748 मेट्रिक टन, पोटाश 2476 मेट्रिक टन, एनपीके 2594 मेट्रिक टन तथा सिंगल सुपर फास्फेट 5870 मेट्रिक टन शामिल हैं। उर्वरक अग्र्रिम उठाव योजना के तहत इनका भंडारण सोसायटियों में किया जाना है। इस संबंध में मार्कफेड के महाप्रबंधक द्वारा अपेक्स बैंक को पत्र भी लिखा जा चुका है। मार्कफेड के महाप्रबंधक श्री केरकेट्टा ने बताया कि मार्कफेड द्वारा चालू रबी सीजन में बीते रबी सीजन की तुलना में यूरिया की अधिक आपूर्ति की गई है। चालू रबी सीजन में अब तक 31,441 मेट्रिक टन यूरिया सोसायटियों को प्रदाय की गई है, जबकि गत वर्ष इसी अवधि में मात्रा 22,998 मेट्रिक टन यूरिया प्रदान की गई थी। सोसायटियों में रबी सीजन के लिए अब तक 20,844 मेट्रिक टन डीएपी, 1721 मेट्रिक टन पोटाश, 715 मेट्रिक टन एनपीके तथा 4619 मेट्रिक टन सिंगल सुपर फास्फेट प्रदाय किया जा चुका है।

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