जशपुर कलेक्टर ने दूरस्थ अंचल के लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के दिए निर्देश रू मुख्यालय में नहीं रहने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों की सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा

Advertisements
Advertisements

रात्रि समय में गंभीर मरीज आते हैं तो उनका ईलाज प्राथमिकता से करें

बड़े हॉस्पिटल में रेफर करने की आवश्यकता है तो एम्बुलेंस के माध्यम से तत्काल उच्च स्तरीय ईलाज के लिए भेजे

सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी और बीपीएम अपने क्षेत्र के गांव का भ्रमण करके स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ले

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट सभाक्षक में सभी विकासखण्ड के चिकित्सा अधिकारियों और बीपीएम की समीक्षा बैठक लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने दूरस्थअंचल के लोगों तक प्राथमिकता स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा के दौरा मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, एनीमिया मुक्त अभियान, टीकाकरण, चिरायु योजना, संस्थागत प्रसव, गर्भवती माताओं का पंजीयन, कुष्ठ रोग अभियान की प्रगति, आयुष्मान कार्ड सहित अन्य स्वास्थ्य योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की।

कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसे कर्मचारी जो मुख्यालय में नहीं रहते हैं उनकी सूची उपलब्ध कराकर कार्यवाही करने की बात कही और कोविड टेस्ट गंभीरता से करने के लिए कहा है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी सहित डीपीएम, बीपीएम को गांव-गांव का भ्रमण करके ग्रामीणों से चर्चा करने के लिए कहा है और स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रात्रि कालीन में भी कैम्प लगाकर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ दे।

कलेक्टर ने मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के तहत् हाट-बाजारों में शिविर लगाकर दूरस्थ अंचल के जरूरतमंद मरीजों का स्वास्थ्य जांच करने के लिए कहा है। स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों के लिए पर्याप्त दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जय हो टीम के वॉलिटीर्यस, मितानीन, राजीव युवा मितान कल्ब के युवाओं का भी सहयोग लेकर टीकाकरण सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लोगों पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।

कलेक्टर ने सभी विकासखण्ड स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने-अपने विकासखण्ड में स्वास्थ्य समिति और जीवनदीप समिति की नियमित बैठक लेने के लिए कहा है। गर्भवति माताओं को प्रथम एएनसी जांच करके पंजीयन करने और प्रत्येक माह उनका नियमित जांच करके दवाई उपलब्ध कराकर नजदीज के स्वास्थ्य केन्द्रों में ही डिलेवरी करने के निर्देश दिए हैं। किसी भी स्थिति में होम डिलेवरी न होने पाए इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के सारी योजनाओं का पैरामीटर के अनुसार शत् प्रतिशत प्रगति लाने के निर्देश दिए हैं। एनआरसी केन्द्र में कुपोषित बच्चों का ईलाज करने के लिए कहा गया है और चिरायु योजना का लाभ देते हुए गंभीर बिमारी से ग्रसित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रात्रि समय में भी गंभीर मरीज आते हैं तो उनका ईलाज करें और जिला अस्पताल या अन्य बड़े हॉस्पिटल में रेफर करने की आवश्यकता है तो एम्बुलेंस के माध्यम से तत्काल उच्च स्तरीय ईलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में स्वास्थ्य सुविधा में लापरवाही नहीं होनी चाहिए इसका ध्यान रखें।

कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड और हमर लैब की भी समीक्षा की और कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए हैं।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!