विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, लोगों की हुई जांच और दिया गया परामर्श !
November 14, 2022मधुमेह का इलाज प्रारंभ करने के बाद उसे निरंतर जारी रखना चाहिए, ताकि भविष्य में इस बीमारी की जटिलताओं से बचा जा सके।”
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, बिलासपुर/तखतपुर
विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मधुमेह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर चिकित्सकों ने आने वाले मरीजों को मधुमेह और इसकी जटिलताओं के बारे में जानकारी दी, साथ ही उनकी जांच कर उचित परामर्श भी प्रदान कियाI
इस संबंध मे खंड चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील हंसराज ने बताया -“इस वर्ष विश्व मधुमेह दिवस की थीम ‘‘एक्सेस टू डायबिटीज एजुकेशन’’ है, जिसका उद्देश्य है कि इस मेटाबोलिक डिसआर्डर के प्रति शिक्षा के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा सकती है। कार्यक्रम में मधुमेह रोग से बचने, मधुमेह के लक्षणों को पहचानने एवं इलाज जल्द से जल्द शुरू करने को लेकर जागरूक किया गया। मधुमेह का इलाज प्रारंभ करने के बाद उसे निरंतर जारी रखना चाहिए, ताकि भविष्य में इस बीमारी की जटिलताओं से बचा जा सके।”
उन्होंने आगे बताया कि “उचित समय अंतराल में डायबिटीज़ की जांच करें। यदि मधुमेह की पुष्टि हो जाये तो निश्चित रूप से खाने की रोज़मर्रा की आदतों में बदलाव लाये, जैसे शक्कर ना ले, टुकड़ों में बार बार परन्तु कम भोजन ले। दिन भर का एक उचित समय सारणी बनाये तथा उसका पालन करें, पर्याप्त 6-7 घंटे की नींद और संतुलित आहार लें, साथ ही वसा ना ले, अपने वजन का ध्यान रखें, मॉर्निंग वॉक एवं योग को दिनचर्या में शामिल करें, खान-पान सम्बन्धी जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह लेI”
जागरूकता कार्यक्रम में आए एक मरीज संतोष साहू ने बताया – मुझे पिछले 5 वर्षों से मधुमेह की बीमारी है और वह नियमित अपना उपचार करा रहे हैं। यहाँ हर तरह की सुविधा मुझे मिल जाती हैI कार्यक्रम मे ग्लूको मीटर के जरिए मरीजों के लिए आन द स्पाट मधुमेह जांच की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम के दौरान लगभग 950 लोगों की मधुमेह जांच की गयीI
यह हैं डायाबिटिज के लक्षण –
• अत्यधिक भूख लगना
• अधिक नींद आना
• प्यास अधिक लगना
• पेशाब अधिक होना
• घाव भरने में अधिक समय लगना
• शरीर सुन्न होना अथवा झिनझिनी महसूस होना
• आँख से कम दिखाई देना
• थकान होना
• वजन का कम होना इत्यादि