तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का हुआ रंगारंग समापनम जनजाति समाज प्रमुखों को किया गया सम्मानित : महोत्सव से कला, संस्कृति, पर्यटन व रोजगार को मिलेगा बढ़ावा – श्री सिंहदेव

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, अम्बिकापुर

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंहदेव की मुख्य आतिथ्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में गुरुवार को तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गोंड, पंडो, चेरवा, पहाड़ी कोरवा सहित अन्य जनजाति समुदाय के समाज प्रमुखी को शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।

समापन समारोह को संबोधित करते हुए श्री सिंहदेव ने कहा कि मैनपाट महोत्सव हर वर्ष नई ऊंचाई को प्राप्त कर रहा है। अब तो यह वार्षिक कैलेंडर का स्थायी कार्यक्रम बन गया है। महोत्सव के आयोजन से एक और अलग, संस्कृति व पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही रोजगार के साधन भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि संस्कृति को संकुचित नहीं किया जा सकता। यह उन्मुक्त है तथा इसका गुण समावेशी होता है। महोत्सव के आयोजन से मैनपाट में विकास होने के साथ सुविधाएं बढ़ी है लेकिन सतत विकास और सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है। लोगों की भारी आकर्षण को देखते हुए अगले वर्ष से पंडाल की चौड़ाई को बढ़ाने  की जरूरत है। मैनपाट अब एक डेस्टिनेशन वेडिंग का स्वरूप भी लेते जा रहा है। इसकी संभावना भी अधिक है। मैनपाट में हवाई पट्टी की शुरुआत जल्द होगी जिससे आवागमन और सुगम होगा।

संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कहा कि मैनपाट महोत्सव का सबको लंबे समय से इंतजार रहता है। लोक कला, के साथ राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कलाकार प्रदर्शन  किया जो काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि मैनपाट के विकास में सबका सामूहिक प्रयास व सहभागिता है। जिला प्रशासन के अथक प्रयास से महोत्सव का शानदार आयोजन सफल हुआ है। मैनपाट की भव्यता बढ़ाने में मैनपाट बढ़ेगा और छत्तीसगढ़ बढ़ेगा। सीजीएमएससी के अध्यक्ष व लुण्ड्रा विधयाक डॉ प्रीतम राम ने कहा कि महोत्सव अविस्मरणीय रहा। इस वर्ष के आयोजन में कई नए कड़ी जुड़े। स्थानीय शैला, करमा एवं अन्य पारंपरिक गीत व नृत्य का सुंदर प्रस्तुतिकरण हुआ।

कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि स्थानीय कला को सहेजने एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मैनपाट का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष के आयोजन में कुश्ती, पतंग बाजी, लेजर शो विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। इसके साथ ही तीरंदाजी भी विशेष उपलब्धि रही। कार्यक्रम को और आकर्षक बनाने के लिए 2 हाई मास्ट लाइट लगाए गए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के मंशानुरूप सरगुज़ा विकास के साथ पर आगे बढ़ते रहेगा। सभी ने महोत्सव को गरिमा प्रदान करने के लिए अथक प्रयास किया है।

समापन अवसर पर कई नामी कलाकारो के द्वारा मनमोहक एवं शानदार प्रस्तुति दी  गई जिससे समारोह का माहौल खुशनुमा हो गया ।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ स्थानीय आदिवासी स्वास्थ्य परंपरा एवं वनौषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक, खाद्य आयोग के अध्यक्ष श्री गुरप्रीत सिंह बाबरा, राज्य मदरसा बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री इरफान सिद्दीकी, राज्य गौ-सेवा आयोग के सदस्य श्री अटल बिहारी यादव, तेल घानी बोर्ड के सदस्य श्री लक्ष्मी गुप्ता, राज्य बीज प्रमाणीकरण बोर्ड के सदस्य श्री अरविंद गुप्ता, राज्य उर्दू अकादमी के सदस्य श्री बदरुद्दीन इराकी, राज्य कृषक कल्याण परिषद के सदस्य श्री संजय गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु सिंह, पुलिस महानिरीक्षक  श्री रामगोपाल गर्ग, पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता, जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप, डीएफओ श्री पंकज कमल,  जनपद सदस्य श्रीमती उर्मिला खेस्स, जनपद सदस्य श्री दूधनाथ यादव, सरपंच श्रीमती सविता मांझी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में सैलानी एवं क्षेत्रवासी उपस्थित थे।

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